काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और नई संसद को डिजाइन करने वाला आर्किटेक्ट कौन हैं

Who is the architect who designed the Kashi Vishwanath Corridor and the new Parliament?
 
आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं, जो गुजरात के मशहूर आर्किटेक्चर हैं।उनका पूरा नाम बिमल हसमुख पटेल है। जिन्होंने विश्वस्तरीय डिजाइन परियोजनाओं में अपना अद्वितीय योगदान दिया है। उन्होंने कई प्रमुख और महत्वपूर्ण इमारतों का डिजाइन किया है, जिनमें से नई संसद भवन और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर मुख्य हैं।

 

 

बिमल पटेल एक प्रमुख वास्तुकार और शहरी नियोजक हैं, जिन्होंने भारत में नई संसद भवन का डिजाइन किया है। उन्हें अहमदाबाद के केंद्रीय पर्यावरण नियोजन और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष के रूप में भी पहचाना जाता है। बिमल पटेल के पास वास्तुकला में तीन दशक से अधिक का अनुभव है और उन्हें पद्म श्री जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

 

 

उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का भी डिजाइन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नई संसद भवन का उद्घाटन किया है। इस नए संसद भवन की लागत 971 करोड़ रुपये है और इसका क्षेत्रफल 64,500 वर्ग मीटर है। नई संसद भवन का कंस्ट्रक्शन काम टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड कंपनी ने पूरा किया है। भवन का आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं, जो गुजरात के मशहूर आर्किटेक्चर हैं। बिमल पटेल की फर्म को 229.75 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। 

आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं, जो गुजरात के मशहूर आर्किटेक्चर हैं।उनका पूरा नाम बिमल हसमुख पटेल है। बिमल पटेल को एक उद्यमी और कर्मठ व्यक्ति के रूप में जाना जाता है जिन्होंने विश्वस्तरीय डिजाइन परियोजनाओं में अपना अद्वितीय योगदान दिया है। उन्होंने कई प्रमुख और महत्वपूर्ण इमारतों का डिजाइन किया है, जिनमें से नई संसद भवन और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर मुख्य हैं। बिमल पटेल की वास्तुकला में विद्वत्ता और सुंदरता का विशेष महत्व है।

उन्होंने नई संसद भवन के डिजाइन में आधुनिकता और भारतीय संस्कृति के मेल को शामिल किया है। इसके साथ ही, वे पर्यावरणीय संरक्षण को भी महत्व देते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि उनके डिजाइन में एक स्थायी और बाध्यकारी पर्यावरणीय संरचना हो। बिमल पटेल का योगदान वास्तुकला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है और उन्हें उनकी मेहनत और प्रतिभा के लिए कई पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं।

उन्होंने भारतीय वास्तुकला को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रमुखता प्राप्त कराई है और अपने अद्वितीय और आकर्षक डिजाइन के माध्यम से लोगों को प्रभावित किया है। बिमल पटेल के द्वारा निर्मित नई संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया है। यह भवन न केवल देश की लोकतंत्र की महत्वपूर्ण स्थली है, बल्कि इसका वास्तुकला भी अनुभवी और क्रांतिकारी है।

नई संसद भवन का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड कंपनी द्वारा संपन्न किया गया है और इसका डिजाइन बिमल पटेल ने संरचित किया है, जो गुजरात के प्रमुख आर्किटेक्ट माने जाते हैं।

इस साधारण से वास्तुकार और शहरी नियोजक के रूप में, बिमल पटेल ने अपने नवाचारी और अभिनव विचारों से भारतीय सांस्कृतिक मंच को सजाया है और वास्तुकला क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। उनके योगदान से नई संसद भवन एक आधुनिक और प्रगतिशील स्मारक हो गया है, जो देश की गरिमा को प्रतिष्ठित करता है।

 

 

 

 

बिमल पटेल: एक जाने-माने आर्किटेक्ट का संक्षिप्त परिचय

जन्म और शिक्षा:

- जन्मतिथि: 31 अगस्त 1961

- जन्मस्थान: गुजरात, भारत

- पढ़ाई: सेंट जेवियर्स स्कूल, गुजरात

- प्राप्त डिग्री: आर्किटेक्चर में डिप्लोमा और मास्टर्स, CEPT यूनिवर्सिटी

- पीएचडी: सिटी एंड रीजनल प्लानिंग, बर्कले यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया

करियर और परियोजनाएं:

- एचसीपी डिजाइंस फर्म के चेयरमैन और एमडी

- अनुभव: आर्किटेक्चर फील्ड में तीन दशकों से अधिक का अनुभव

- प्रमुख परियोजनाएं:

    - काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, वाराणसी

    - गुजरात की नई हाई कोर्ट बिल्डिंग

    - IIM अहमदाबाद कैंपस

    - IIT जोधपुर

    - सेंट्रल विस्टा, गांधीनगर

    - अगा खान अकेडमी, हैदराबाद

    - IIM अहमदाबाद का नया कैंपस

    - साबरमती रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट

    - टाटा सीजीपीएल टाउनशिप, मुंद्रा

पुरस्कार:

- 1992: आगा खान पुरस्कार

- 2001: विश्व वास्तुकला पुरस्कार

- 2019: पद्मश्री पुरस्कार