इस छोटे से बीज के 6 फायदे जान हो जाएंगे हैरान, शरीर से कोलेस्ट्रॉल को करेगा बाहर, लीवर रखेगा मजबूत

You will be surprised to know the 6 benefits of this small seed, cholesterol will be removed from the body, liver will be strong.
 

तिल के बीज छोटे हो सकते हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज न करें, क्योंकि ये बेहद गुणकारी होते हैं। तिल के बीज प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं, जो सेहत के लिए वरदान साबित होते हैं। इन बीजों में छिलका न होने के कारण भूसी बरकरार रहती है, जबकि छिलके वाले बीज भूसी के साथ आते हैं। तिल के बीज सफेद और काले रंग के होते हैं, और इन दोनों प्रकार के तिल के बीज सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। तिल में फाइबर का अच्छा स्रोत मिलता है, जो पाचन तंत्र के लिए उपयोगी होता है।

 

 

तिल के बीज न केवल लड्डू बनाने के लिए उपयोग होते हैं, बल्कि इन्हें ब्रेड और डेसर्ट के गार्निश के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है। तिल के बीज में पाए जाने वाले गुण इसको आहार में शामिल करने के लिए अच्छे होते हैं।

क्या आप जानते हैं कि तिल हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी सहायक होता है? यह 15 प्रतिशत सैचुरेटेड फैट, 41 प्रतिशत पॉलीपॉलीअनसैचुरेटेड फैट और 39 प्रतिशत मोनोअनसैचुरेटेड फैट पाया जाता है।

तिल के 6 अद्भुत स्वास्थ्य लाभ

कोलेस्ट्रॉल का नियंत्रण: तिल के बीज एक उत्कृष्ट स्रोत हैं जो कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करने में मदद करते हैं। ये बीज कब्ज को रोकते हैं और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते हैं। तिल के बीज में मेथिओनाइन नामक तत्व भी होता है, जो लीवर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल स्तर को भी नियंत्रित करता है। अध्ययन के अनुसार, पॉलीअनसैचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड फैट का सेवन कोलेस्ट्रॉल को काफी कम कर सकता है। इससे हृदय रोग का जोखिम कम होता है। यदि आप दो महीने तक रोजाना 40 ग्राम तिल का सेवन करें, तो आपका बैड कोलेस्ट्रॉल स्तर काफी कम हो जाएगा।

लिवर के लिए फायदेमंद: तिल के बीज में मेथिओनाइन होता है, जो लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अलावा, तिल में पाए जाने वाला ट्रिप्टोफैन (शांति प्रदान करने वाले पोषक तत्व के रूप में भी जाना जाता है) भी होता है।

कैंसर से मददगार: तिल में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स कैंसर सेल्स के विकास को रोकने में मदद करते हैं। विशेष रूप से, इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स लंग कैंसर, पेट कैंसर, ल्यूकेमिया और अन्य कैंसरों में कैंसर सेल्स को खत्म करने में मददगार होते हैं।

मजबूत हड्डियां: तिल में प्राकृतिक रूप से कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज़, और जिंक जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही, तिल में डाइटरी प्रोटीन और एमिनो एसिड भी पाए जाते हैं, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं और इम्यूनिटी को बढ़ावा देते हैं।

सूजन के लिए लाभकारी: तिल के बीज सूजन को कम करने में कारगर होते हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण सूजन को कम करने की क्षमता होती है। इसके अलावा, यह हृदय और गुर्दे की बीमारी के जोखिम को भी कम करता है।

देमंद: तिल में पाया जाने वाला ई-विटामिन और ऑमेगा-3 फैटी एसिड त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ये तत्व त्वचा को निखारने, मौजूदा त्वचा समस्याओं को ठीक करने, और त्वचा को स्वस्थ और जवां बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके साथ ही, तिल त्वचा को मोइस्चराइज़ करके उसे नरम और चमकदार बनाता है।

उच्च ऊर्जा स्रोत: तिल में प्राकृतिक रूप से प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन ई होता है जो ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करते हैं। तिल के सेवन से शारीरिक और मानसिक थकान कम होती है और उच्च ऊर्जा स्तर बना रहता है।

आंत्र मधुमेह के नियंत्रण में मदद: तिल का नियमित सेवन आंत्र मधुमेह के नियंत्रण में सहायक होता है। यह ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है।

मस्तिष्क स्वास्थ्य: तिल में पाया जाने वाला कॉपर और मैग्नीशियम मस्तिष्क के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ये तत्व मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे मस्तिष्क की कार्यान्विति, संचार, और स्मृति में सुधार होता है। इसके अलावा, तिल में पाया जाने वाला एल्फा-लिपोइक एसिड (एलएलसी) मस्तिष्कीय कोशिकाओं के खिलाफ ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है।

वजन कम करने में सहायक: तिल में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला फाइबर वजन कम करने में मदद करता है। यह महसूस कराता है कि आप पेट भरे हुए हैं और अधिक खाने की इच्छा को कम करता है। इसके साथ ही, तिल वजन नियंत्रण में मदद करने वाले हार्मोन लेप्टिन का उत्पादन भी बढ़ाता है।

शरीर की प्रतिरक्षा मजबूत करें: तिल में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला जिंक और सेलेनियम शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। ये अंतिम रोगों, संक्रमणों, और वायरल अटैक से लड़ने में सहायक होते हैं और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं