Sandeep Lamichhane: आईपीएल स्टार खिलाड़ी ने नाबालिग से किया रेप, कोर्ट ने सुनाई 8 साल की सजा

 

Sandeep Lamichhane: आईपीएल के स्टार खिलाड़ी और नेपाल क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान संदीप लामिछाने को नाबालिग से रेप के मामले में 8 साल की सजा सुनाई गई है। यह फैसला काठमांडू की एक अदालत ने बुधवार (10 जनवरी) को सुनाया है। संदीप को इस रेप केस में 10 दिन पहले ही दोषी ठहराया गया था। सजा अब सुनाई गई है। 23 साल के संदीप नेपाल क्रिकेट का बड़ा चेहरा रहे हैं और वो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) भी खेल चुके हैं। शिशिर राज ढकाल की पीठ ने बुधवार (10 जनवरी) को इस मामले में सुनवाई करते हुए ये फैसला सुनाया है। उन्होंने मुआवजे और जुर्माने के साथ 8 साल कैद का फैसला सुनाया। कोर्ट के अधिकारी रामू शर्मा ने मामले में जानकारी दी है।

काठमांडू पुलिस ने पिछले साल सितंबर में संदीप लामिछाने की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था। इसके बाद नेपाल क्रिकेट संघ ने उन्हें टीम के कप्तान के तौर पर निलंबित कर दिया था। वह हालांकि कैरेबियाई प्रीमियर लीग (CPL) में जमैका तलावाह के लिए खेल रहे थे। संदीप लामिछाने ने अपनी गिरफ्तारी से पहले खुद को निर्दोष बताया था और सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर लिखा था कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे और अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। संदीप लामिछाने ने इसे साजिश भी करार दिया था।

क्रिकेट बोर्ड ने भी किया निलंबित (Sandeep Lamichhane Suspend)


नेपाल क्रिकेट बोर्ड Nepal Cricket board ने दुष्कर्म के आरोपी संदीप को सभी तरह के नेशनल और इंटरनेशनल क्रिकेट से निलंबित कर दिया है। ऐसे में अब खिलाड़ी का क्रिकेट करियर पूरी तरह से खत्म होता हुआ नजर आ रहा है। बता दें कि बुधवार को आरोपी को सुनवाई के दौरान आठ साल की कैद की सजा के साथ-साथ मुआवजा और जुर्माना लगाया गया है।

विश्व कप क्वालीफायर में भी थे लामिछाने (Sandeep Lamichhane in world cup)

आपको णता दें कि पिछले साल फरवरी में क्रिकेट विश्व कप लीग दो त्रिकोणीय सीरीज के दौरान नेपाल टीम में खेलने के लिए उनके नाम पर विचार किया गया था। लेकिन पिछले साल के अंत में दुबई में विश्व कप लीग दो त्रिकोणीय सीरीज से बाहर कर दिया गया था। वह चोटिल खिलाड़ी की जगह फिर से टीम में शामिल हुए। लामिछाने ने पिछले साल जून-जुलाई में नेपाल के लिए जिम्बाब्वे में वनडे विश्व कप क्वालीफायर खेला और फिर अगस्त-सितंबर में एशिया कप में भी खेले। उन्होंने नेपाल के लिए सफेद गेंद के 100 से ज्यादा मैच में 100 से अधिक विकेट चटकाये हैं। लामिछाने 2018-2020 के बीच इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के लिये खेले थे और उन्होंने नौ मैच में 13 विकेट झटके।

IPL खेलने वाले नेपाल के पहले खिलाड़ी (Sandeep Lamichhane in ipl)


संदीप लामिछाने नेपाल के स्टार प्लेयर हैं। वही देश के अकेले प्लेयर हैं, जो दुनियाभर की क्रिकेट लीग खेल रहे हैं। संदीप IPL में खेलने वाले नेपाल के पहले क्रिकेटर भी हैं। इसके साथ वह ऑस्ट्रेलियाई बिग बैश लीग (BBL), कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) और लंका प्रीमियर लीग (LPL) समेत कई लीगों में खेल रहे हैं। लेग स्पिनर संदीप को सबसे पहले पहचान 2018 में मिली थी, जब वह पहली बार IPL खेले थे। तब उनकी उम्र महज 17 साल थी। संदीप को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 20 लाख रुपये में खरीदा था। संदीप ने आईपीएल में 9 मैच खेले, जिसमें 13 विकेट लिए हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में संदीप ने नेपाल टीम के लिए 52 टी20 मैचों में 98 और 51 वनडे मुकाबलों में 112 विकेट चटकाए हैं।

संदीप के नाम ये तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड (Sandeep Lamichhane world record)


संदीप के नाम 3 वर्ल्ड रिकॉर्ड है। जिसमें वनडे इंटरनेशनल में सबसे तेज 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड है। लामिछाने ने सिर्फ 42 मैचों में 100 विकेट के आंकड़े तक पहुंच गए थे। संदीप ने राशिद खान को पछाड़ दिया था, जिन्होंने 44 मैच लिए थे। लामिछाने उन चंद गेंदबाजों में शामिल हैं जिन्होंने लगातार तीन वनडे इंटरनेशनल पारियों में चार या उससे ज्यादा विकेट हासिल किए। लामिछाने का एवरेज (मिनिमम 1000 गेंद) वनडे इंटरनेशनल में 18.06 का है, जो बाकी गेंदबाजों से बेहतर है।

संदीप ने इस मामले को साजिश बताया था (Sandeep Lamichhane on court order)


उधर गिरफ्तारी वारंट जारी होने के तुरंत बाद नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAN) ने भी संदीप को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि संदीप लामिछाने को जनवरी 2023 में बड़ी राहत मिली थी और वह जमानत पर रिहा कर दिए गए थे। उसके बाद संदीप लामिछाने ने फिर से इंटरनेशनल और फ्रेंचाइजी क्रिकेट में वापसी की थी। पिछले साल काठमांडू में गिरफ्तार होने से कुछ समय पहले, लामिछाने ने फेसबुक पर लिखा था कि वह जांच के सभी चरणों में पूरा सहयोग करेंगे और अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। संदीप ने इस मामले को तब 'साजिश और गलत आरोप' करार दिया था।