मुगल गार्डन पर बिगड़े अखिलेश यादव के बोल...कहा - 'इज्जत घर का भी नाम बदलकर अमृत सुसू घर कर दो'... 

Akhilesh Yadav's speech spoiled on Mughal Garden... Said - 'Change the name of Izzat Ghar also to Amrit Susu Ghar'...

 

राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान किए जाने पर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।  कन्नौज पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि, 'मैं तो कहूंगा की इस एक्सप्रेस-वे (आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे) का नाम भी अमृत एक्सप्रेस-वे कर दो।'

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'हो सकता है कि हमारा आपका नाम भी अमृत कर दिया जाए, इससे भी बड़ा सवाल है कि कल हमको मंदिर दर्शन नहीं करने दिया... यह बीजेपी के लोग तय करेंगे कि कौन क्या करेगा?

मुगल गार्डन का बीजेपी तय करेगी, शर्म आनी चाहिए भारतीय जनता पार्टी के लोगों को जो अपना काम नहीं कर पा रहे हैं।

'बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा, 'जो काम सपा के हैं, उनका भी नाम बदल दो, अमृत म्यूजियम कर दो, अमृत इंजीनियरिंग कॉलेज कर दो, अमृत सुसू घर कर दो, क्यों इज्जत घर नाम रखा है।'

पुलिस कस्टडी में हुई बलवंत सिंह की मौत के मामले में अखिलेश यादव ने कहा, 'बीजेपी के लोग बलवंत सिंह के परिवार की मदद नहीं कर पा रहे हैं, उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी तक नहीं दी गई जबकि वह उनकी जाति के हैं।'

अखिलेश यादव ने कहा, 'जिस तरह पीएफ की रकम निजी संस्थान में लगाने पर यूपी में कार्यवाही हुई, उसी तरह जनता का पैसा डुबोने वाले एसबीआई और एलआईसी के चेयरमैन पर भी कार्यवाही हो।

भाजपा जब यूपी में जेल भेज सकती तो उन्हें क्यों नही भेज रही।' अखिलेश ने कहा कि कन्नौज की योजनाओं का भी नाम बदल दो, लेकिन काम तो करो।

अब एक तरफ अखिलेश ने मुगल गार्डन को लेकर प्रतिक्रिया दी तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने शाहरुख खान की फिल्म पठान को मिली अपार सफलता पर भी खुशी जाहिर की। उन्होंने इसे बीजेपी की नकारात्मक कैंपेन की हार बताया।

मुगल गार्डन का नाम बदलकर किया गया अमृत उद्यानबीते दिनों ही राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम बदल दिया गया था। अब इसे 'अमृत उद्यान' के नाम से जाना जा रहा है। राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन अपनी सुंदरता के लिए काफी चर्चित है।

इसे देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। यहां पर 138 तरह के गुलाब, 10 हजार से ज्यादा ट्यूलिप बल्ब और 70 अलग-अलग प्रजातियों के लगभग 5 हजार मौसमी फूलों की प्रजातियां हैं।

इस गार्डन को देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने आम लोगों के लिए खुलवाया था, तब से आज तक हर साल स्प्रिंग सीजन में इसे जनता के लिए खोला जाता है। 15 एकड़ में फैले इस गार्डन का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान किया गया था।

कहावत है कि मुगल गार्डन देश के राष्ट्रपति भवन की आत्मा है। मुगल गार्डन का एक हिस्सा खास गुलाब की किस्मों के लिए जाना जाता है। अंग्रेजी वास्तुकार सर एडवर्ड लुटियन्स द्वारा राष्ट्रपति भवन और मुगल गार्डन को डिजाइन किया था।