विकास की राह पर यूपी: 8 जिलों को मिलाकर बनाया जाएगा नया शहर

UP on the path of development: new city will be built by merging 8 districts
 

उत्तर प्रदेश में एससीआर (SCR) के विकास प्रस्ताव के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण पहल योजनित हैं जो क्षेत्र के समग्र विकास को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती हैं।

 

उत्तर प्रदेश में बनने वाले एससीआर (SCR) के विकास के प्रस्ताव के मुताबिक, राज्य की राजधानी लखनऊ और औद्योगिक नगरी कानपुर के विस्तार को ध्यान में रखकर इस क्षेत्र को राज्य राजधानी क्षेत्र बनाया जाएगा।

 

इसमें प्रदेश के आठ जिले शामिल होंगे, जिनमें हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली, और कानपुर देहात शामिल हैं। इस योजना के माध्यम से पूरे क्षेत्र का समग्र और संतुलित विकास होगा।

 

 

यूपी सरकार इस परियोजना को साल 2047 तक पूरा करना चाहती है और इसके लिए ग्लोबल टेंडर भी जारी करने की योजना बना रही है। योजना के तहत, सलाहकारों को नियुक्त किया जाएगा जो इस क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के विकास में सहायता करेंगे। एक मानचित्र तैयार किया जाएगा जो शैक्षिक, चिकित्सा, स्वास्थ्य ढांचा, पुरातात्विक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, और पर्यटन क्षेत्रों को शामिल करेगा। इससे यहां के विकास में सम्पूर्णता आएगी और समान रूप से विकास होगा।

 

 

उत्तर प्रदेश में एससीआर (SCR) के विकास प्रस्ताव के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण पहल योजनित हैं जो क्षेत्र के समग्र विकास को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती हैं। इनमें शामिल हैं:

 

1. बुनियादी ढांचा विकास: सरकार उत्तर प्रदेश के एससीआर क्षेत्र में बुनियादी ढांचा को सुधारने का ध्यान देगी, जिसमें सड़कों, राजमार्गों, रेलवे, हवाई अड्डों और अन्य परिवहन सुविधाओं के विकास शामिल होगा। इससे क्षेत्र की अंतर्गत सुविधा और राज्य के अन्य हिस्सों से संपर्क सुगम होगा।

2. औद्योगिक विकास: एससीआर क्षेत्र में औद्योगिकरण को प्रोत्साहित करने और निवेश आकर्षित करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इससे नए उद्योगों की स्थापना, मौजूदा उद्योगों का विस्तार और स्थानीय आबादी के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

3. शहरी नियोजन और स्मार्ट सिटी: लखनऊ और कानपुर जैसे शहरों के संतुलित विकास को सुनिश्चित करने के लिए संपूर्ण शहरी नियोजन पहल शुरू होगी। शहरों में आधुनिक ढांचा और तकनीकी एकीकरण के विकास से नागरिकों की जीवन गुणवत्ता में सुधार होगा।

4. शिक्षा और स्वास्थ्य: सरकार उत्तर प्रदेश के एससीआर क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करना चाहती है। इसमें नई शिक्षण संस्थानों, कौशल विकास केंद्रों, अस्पतालों और चिकित्सा सुविधाओं की स्थापना शामिल होगी ताकि बढ़ती हुई आबादी की जरूरतों को पूरा किया जा सके।

5. पर्यटन प्रचार: एससीआर क्षेत्र में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है। सरकार यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन ढांचा को विकसित करेगी, धरोहर स्थलों की संरक्षण करेगी, कार्यक्रम आयोजित करेगी और स्थानीय कला और संस्कृति को प्रचारित करेगी।

6. सतत विकास: एससीआर विकास योजना ने पर्यावरण के प्रतिष्ठान को सुनिश्चित करने, नवीनीकरणीय ऊर्जा, कचरा प्रबंधन और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर ध्यान केंद्रित किया है। यह सुनिश्चित करेगी कि विकास के साथ ही पर्यावरण की संरक्षा भी सम्पूर्ण रहे।

यहां बताये गए पहल योजनाएं उत्तर प्रदेश के एससीआर क्षेत्र में सामर्थ्य और संभावनाओं को बढ़ाने के लिए कारगर और महत्वपूर्ण होंगी।