Varanasi News: मां मैं 10 मिनट में आता हूं...दोस्त ने घर से बुलाकर कर दी हत्या, शव को कीचड़ में दफनाया

Varanasi News: Mother, I will come in 10 minutes... Friend called from home and killed her, buried the body in the mud
 
वाराणसी में नीलेश सिंह, जिसे गोलू के नाम से भी जाना जाता था, 26 साल के थे। उनके दोस्तों ने ही उनकी हत्या कर दी थी।

इस घटना के पीछे 5 लाख रुपए का लेन-देन का विवाद था। गुरुवार रात को, नीलेश का शव तालाब के कीचड़ में मिला गया। पुलिस ने इस मामले में दोस्तों के खिलाफ गिरफ्तारी की निशानदेही प्राप्त की है।

नीलेश घर से बाहर निकले थे और अपनी मां को 10 मिनट में वापस लौटने की बात बताई थी। उन्होंने कहा था कि वे गांव के बाहर जा रहे हैं और दोस्त से मिलने के बाद 10 मिनट में वापस आ जाएंगे। लेकिन, उन्हें वापस लौटते देखा नहीं गया। रात 9 बजे परिवार ने उनको फोन किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। फिर 9:30 बजे परिवार ने फिर से कॉल किया, लेकिन फोन का जवाब नहीं मिला। रात 10 बजे के बाद उनका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था, जिसके बाद परिवार ने उन्हें ढूंढ़ने की कोशिश शुरू की। बाद में उनकी लाश मिली।

पता चला कि नीलेश की लाश वाराणसी के तालाब में थी। पुलिस को जल्दी ही सूचित किया गया और उन्होंने लाश को बहार निकाला। उनकी मौत की प्राथमिक जांच में पता चला कि उन्हें मौत गोलियों से हुई है। इसके बाद पुलिस ने तत्काल गोलू के दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया।

जांच में पता चला कि नीलेश और उसके दोस्तों के बीच 5 लाख रुपए का लेन-देन का मामला था। गोलू अपने दोस्तों को पैसे लौटाने के लिए ट्रेन्डी गाउन कंपनी के पास गया था, जहां उनकी मां की नौकरी थी।

लेकिन, इस मामले में कुछ बातचीत के बाद ही नीलेश की हत्या हो गई। दोस्तों ने पुलिस को यह बताया कि वे नीलेश को तालाब के पास ले गए थे और उससे पैसे मांग रहे थे। पैसे की मांग पर जब नीलेश इनकार कर दिया, तो उसके दोस्तों ने उसे धक्का मारकर तालाब में धकेल दिया और उसे गोलियों से मार दिया। फिर उन्होंने उसकी लाश को तालाब में छिपा दिया।

इस वारदात के बाद पुलिस ने दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने उनके घरों से रेकार्ड भी जमा किए हैं और जांच जारी है। इस मामले में नीलेश की मौत गंभीरता के साथ ली जाएगी और दोस्तों को कड़ी सजा का सामना करना पड़ सकता है। लोगों में इस घटना को लेकर आश्चर्य और चिंता की माहौल है। पुलिस की जांच से यह उम्मीद है कि दोस्तों की जल्दी से गिरफ्तारी होगी और न्याय होगा।

इस घटना ने लोगों को दोस्ती और विश्वास की बात पर सोचने पर मजबूर किया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है और हमें सभी को मिलकर ऐसी हिंसा के खिलाफ लड़ना चाहिए। दोस्ती को मजबूत और स्थायी बनाने के लिए विश्वास का महत्व समझना चाहिए और अपने साथी की सुरक्षा को हमेशा महत्व देना चाहिए। एक अच्छे समाज का निर्माण करने के लिए हमें अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए और इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए संघर्ष करना चाहिए।