संस्कृति के आधार क्या है चर्चा कीजे एवं संस्कृति के प्रकार बताए....

Discuss what is the basis of culture and tell the types of culture.

 
संस्कृति के आधार क्या है चर्चा कीजे एवं संस्कृति के प्रकार बताए....

संस्कृति का आधार अनेक तत्वों पर आधारित होता है, जो एक समान एवं विशेष ढंग से सामूहिक रूप से एक समुदाय या समाज की सोच, आचरण और रहन-सहन पर प्रभाव डालते हैं। कुछ महत्वपूर्ण आधारभूत तत्व संस्कृति के आधार हो सकते हैं:

1. धार्मिक अनुष्ठान: संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा धार्मिक अनुष्ठानों और पारम्परिक पूजा-पाठ की प्रथा है। धर्म एक मार्गदर्शक बनता है और लोगों को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संतुष्टि, नैतिकता और सहजता की सिख देता है।

2. भाषा और साहित्य: संस्कृत भाषा संस्कृति का मूल और महत्वपूर्ण अंग है। संस्कृत भाषा न केवल शास्त्रीय ज्ञान की विद्यालय है, बल्कि इसके माध्यम से संस्कृति, दर्शन, कविता, कथा, नाटक आदि का विकास हुआ है। संस्कृति की अद्वितीयता और गहराई संस्कृत साहित्य में दर्शाई जाती है।

3. विश्वास और मान्यताएं: संस्कृति में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताएं होती हैं, जैसे कि कर्म, धर्म, पुनर्जन्म, मोक्ष आदि। ये मान्यताएं लोगों के आदर्श, नैतिकता और जीवनशैली को प्रभावित करती हैं।

4. कला और संगीत: संस्कृति में कला और संगीत का भी महत्वपूर्ण स्थान है। शिल्पकला, भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य, रंगमंच, आदि संस्कृति के इस पहलू को प्रभावित करते हैं।

5. परंपरा और सामाजिक मान्यताएं: संस्कृति विभिन्न परंपराओं के माध्यम से प्रचलित होती है और इन परंपराओं के माध्यम से समाज में समानता, समरसता, परिवारिक बंधन, समाजिक जिम्मेदारी आदि की भावना प्रबल होती है।

ये कुछ मुख्य आधारभूत तत्व हैं जो संस्कृति के आधार को रूपांतरित करते हैं। संस्कृति व्यक्तिगत और समाजिक जीवन को आदर्शमय बनाने का एक माध्यम है और साथ ही मानवीय संबंधों, नैतिकता, धार्मिकता और समरसता को बढ़ावा देने का भी कार्य करती है।

संस्कृति के प्रकार

संस्कृति दो प्रकार की हो सकती है ......

1. भौतिक संस्कृति -

मनुष्य द्वारा निर्मित भौतिक तथामूर्त वस्तुओं को भौतिक संस्कृति में शामिल किया जाता है। मनुष्य ने विभिन्नप्रकृतिदत्त वस्तुओं व शक्तियों को परिवर्तित करके अपनी आवश्यकताओं केअनुरूप बनाया है। ये सभी भौतिक संस्कृति के अन्तर्गत आती है। भौतिकसंस्कृति में साइकिल, स्कूटर, कार, पेन-पेन्सिल, कागज, पंखे, कूलर, फ्रिज,बल्ब, रेल, जहाज, वायुयान, टेलीफोन, मोबाइल इत्यादि सभी आते हैं। भौतिकसंस्कृति के सभी अंगों व तत्वों को सूचीबद्ध करन सरल कार्य नहीं है।मानव समाज के विकास के साथ-साथ भौतिक संस्कृति का भी विकासहुआ तथा पुरानी पीढ़ी की तुलना में नयी पीढ़ी के पास भौतिक संस्कृतिअधिक है।

2. अभौतिक संस्कृति -

इस संस्कृति में सामान्यत:सामाजिक विरासत में प्राप्त विश्वास, विचार, व्यवहार, प्रथा, रीति-रिवाज, मनोवृत्ति,ज्ञान, साहित्य, भाषा, संगीत, धर्म, नैतिकता इत्यादि को शामि किया जाताहै। ये पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे चलती है तथा प्रत्येक पीढ़ी में इसका अर्जनव परिवर्तन भी सम्भव होता है। यदि कोर्इ व्यक्ति अपने समाज के रीति-रिवाजोंप्रथाओं, धर्म व नैतिकता के विरूद्ध कार्य करता है तो उसे आलोचना यानिन्दा का शिकार होना पड़ता है। महत्वपूर्ण है कि अभौतिक संस्कृति भौतिकसंस्कृति की तुलना में कम परिवर्तनशील है तथा इसमें अधिक स्थायित्व पायाजाता है।