हमारे सामाजिक जीवन में धर्म का क्या महत्व है! वर्णन करें...
What is the importance of religion in our social life! Describe...
यह हमें एक सामाजिक आदर्श और नीतिगत मार्गदर्शन प्रदान करता है और हमें संघर्ष, विवाद और असंतुष्टि के समय में एकसाथ रखने में मदद करता है।
धर्म जीवन के लिए एक आदर्श बनाता है जिसके अनुसार हमें अच्छे कर्म करने, नैतिक मूल्यों का पालन करने और ईमानदार और न्यायप्रिय जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है। यह हमें धार्मिक और नैतिक दायित्वों का आदान-प्रदान करता है जिससे हम अपने समाज में सदैव उच्चतम मानवीय मानकों का पालन कर सकें।
धर्म समाज में व्यक्ति को उसकी जिम्मेदारियों के प्रति संवेदनशील बनाता है और उसे बाध्य करता है कि वह अपने समाज के साथी लोगों के प्रति दया और सहानुभूति व्यक्त करे। यह व्यक्ति को उच्चतम मानवीय मानदंडों के अनुसार जीने की प्रेरणा देता है और उसे दुर्भाग्य, आपातकाल और परिवर्तन के समय में स्थिरता और सहनशीलता का अनुभव कराता है।
धर्म व्यक्ति के अंतर्निहित स्वार्थ को छोड़कर समाज की सेवा और समर्पण के माध्यम से सामाजिक समरसता बढ़ाता है। यह जागरूकता, स्वयंसेवा, और न्याय के मार्ग पर लोगों को प्रेरित करता है जो अन्याय, असामान्यता और दुष्कर्म के खिलाफ लड़ने के लिए तत्पर होते हैं।
इस प्रकार, धर्म हमें समाजिक उद्धार, समृद्धि और सहजता की ओर ले जाता है। यह हमें संघर्षों के समय में मदद करता है, सामाजिक न्याय को स्थापित करता है, और हमें समाज के अन्य सदस्यों के प्रति सहानुभूति और प्रेम की भावना से युक्त बनाता है।