Covid live updates: कोरोना से निपटने को तैयार भारत, देशभर के अस्पतालों में हुई मॉक ड्रिल

Covid LIVE Updates; कोरोनानिपटने से को तैयार भारत, देशभर के अस्पतालों में हुई मॉक ड्रिल
 
 COVID LIVE Updates India ready to deal with Corona, mock drills held in hospitals across the country

कोरोना से निपटने को तैयार भारत, देशभर के अस्पतालों में हुई मॉक ड्रिल

देश में कोविड-19 की आपातकालीन तैयारियों की जायजा लेने के लिए 27 दिसंबर 2022 को देशभर के सभी अस्पतालों में एक देशव्यापी मॉक ड्रिल आयोजित की गई। चीन, अमेरिका और कुछ अन्य देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी।

 

केन्द्र सरकार कोविड से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार

इस दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया तैयारियों का जायजा लेने के लिए सफदरजंग अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि केन्द्र सरकार कोविड से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसकी तैयारियों का जायजा लेने के लिए देशभर के कई अस्पतालों में आज मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। उन्होंने स्वयं दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल में कोविड-19 पर आयोजित मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल की कोविड को लेकर पूरी व्यवस्थित है। ऐसी ही व्यवस्था दूसरे अस्पतालों में भी होनी चाहिए। अगर देश में कोरोना के मामले बढ़े तो हमारे अस्पतालों को पूरी तरह तैयार होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि दुनिया में कोरोना के संभावित खतरे के बीच भारत सरकार अलर्ट मोड में है। केन्द्र ने राज्यों को भी मुस्तैद रहने की सलाह दी है।

 

देशभर के अस्पतालों की हुई समीक्षा

इस मॉक ड्रिल के दौरान देश भर के अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनों का आकलन किया जा रहा है। इनमें ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर, लॉजिस्टिक्स और मानव संसाधन पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ बुनियादी ढांचे की भी तैयारी शामिल है। मॉक ड्रिल करने का फैसला पीएम मोदी के देश में कोविड की स्थिति पर समीक्षा बैठक के कुछ दिनों बाद आया। इस बीच भारत के लिए अच्छी बात यह है कि देश में वैक्सीनेटेड लोगों की संख्या अधिक है। याद हो, भारत ने अपने वैक्सीनेशन अभियान के बलबूते ही कोरोना की पिछली लहर में एक सशक्त लड़ाई लड़ी थी। देश में अभी तक 220 करोड़ से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी है।

कोविड के संभावित खतरे से निपटने के लिए भारत सरकार लगातार प्रयासरत है।

इसी संदर्भ में देशभर के अस्पतालों में आज यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई। मॉक ड्रिल में क्वारंटाइन बेड की क्षमता, ऑक्सीजन की सुविधा और ICU बैड के साथ-साथ  डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। इसी संबंध में केन्‍द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे। भारत सरकार विश्व के तमाम देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पहले से सतर्कता बरतते हुए खास तैयारियों में जुट गई है।

डॉक्टरों और IMA (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) की भी हो चुकी बैठक

विश्व में कोरोना के संभावित खतरे की खबरों के बीच देश में स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठकें, दिशा निर्देश इत्यादि का दौर भी शुरू हो चुका है। ज्ञात हो, बीते दिन 26 दिसंबर 2022 को केन्‍द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने डॉक्टरों और IMA के प्रतिनिधियों के साथ इस विषय में बातचीत की थी।

मिस इन्फॉर्मेशन न फैले इस पर भी खास फोकस

इस दौरान केन्‍द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों और IMA के प्रतिनिधियों से लोगों में डर दूर करने और अविश्वसनीय जानकारी को रोकने के लिए सटीक जानकारी प्रदान कर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने का आग्रह किया।

इसी के साथ भारत सरकार ने देशवासियों से अपील की है कि "सतर्क रहना और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना तथा असत्यापित जानकारी फैलाने से बचना महत्वपूर्ण है।" ऐसे में देशवासियों की भी यह जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसी किसी भी जानकारी को न फैलाएं जो कि असत्यापित हो।

विदेश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग जारी

कोविड के संभावित खतरे से निपटने के लिए सरकार द्वारा पहले से ही ठोस कदम उठाए जा चुके हैं। विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग जारी है। सभी चीजें एक बार फिर से अलर्ट पर हैं। इसी के साथ-साथ सरकार अवेयरनेस प्रोग्राम भी चला रही है ताकि लोगों को कोरोना की चपेट में आने से बचाया जा सके।

कोविड टेस्टिंग बढ़ाई गई

देशभर के अस्पतालों में एक बार फिर स्वास्थ्य महकमे ने कोविड टेस्टिंग बढ़ा दी है। बुखार, जुकाम समेत दर्द से ग्रसित मरीजों को कोरोना जांच करवाने की सलाह दी जा रही है। कोरोना के संभावित खतरे के बीच जहां अस्पतालों ने टेस्टिंग दोगुना कर दी है वहीं सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों को किसी भी तरह की ढील न बरतने के लिए कहा है। लोगों को अस्पतालों में किसी भी तरीके की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके संबंध में देशभर में मॉक ड्रिल की जा रही है।