शराब शौकीनों के लिए बड़ी खबर! इतने दिन के लिए शराब की दुकानें बन्द, आबकारी विभाग का आदेश जारी
कबीर जयंती पर शुष्क दिवस के अवसर पर शराब की दुकानें बंद
छत्तीसगढ़ के राज्य शासन ने कबीर जयंती के अवसर पर 4 जून को शुष्क दिवस घोषित किया है। इस मौके पर, वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग मंत्रालय ने आज जारी आदेश के अनुसार प्रदेश भर में सभी देशी और विदेशी शराब की दुकानें, होटल बार और क्लबों को बंद रखने का निर्णय लिया है।
शुष्क दिवस के दौरान मदिरा बेचने और परोसने पर प्रतिबंध
शुष्क दिवस के दौरान दुकानों, होटलों, रेस्टोरेंटों और क्लबों में मदिरा बेचने और परोसने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही, गैरमालिकाना क्लबों, रेस्टोरेंटों, स्टार होटलों और किसी भी व्यक्ति द्वारा संचालित होटलों में मदिरा का विक्रय और परोसने का कार्य भी नहीं किया जा सकेगा।
मदिरा के भण्डारण पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी
इस दिन, व्यक्तिगत और गैर लायसेंस प्राप्त परिसरों में मदिरा के भण्डारण पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी और उन्हें जब्त कर कार्यवाही की जाएगी। आबकारी विभाग की टीमें शुष्क दिवस में अवैध रूप से मदिरा के परिवहन और विक्रय पर कार्यवाही करेंगी।
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500 रुपये वाली शराब की बोतल केवल 100 रुपये में, पेटी - पेटी खरीद रहे लोग
सरकार ने हाल ही में शराब के दामों में कटौती की है और यह खुशखबरी शराब पीने के शौकीन लोगों के लिए है। अब आप ब्रांडेड शराब को केवल 100 रुपये में खरीद सकते हैं। यह नया दाम बहुत से लोगों के लिए राहत की खबर है, खासकर उन लोगों के लिए जो शराब पीने का शौक रखते हैं।
विविधता में ब्रांडेड शराब के विकल्प
नये मेन्यू में अब आपको कई ब्रांडेड शराब के विकल्प मिलेंगे, और इनकी कीमतें 100 रुपये से कम होंगी। यह बदलाव ऐसे लोगों के लिए बड़ी राहत है, जो पहले शराब की महंगाई के कारण उसे नहीं ले पाते थे। अब आप ब्रांडेड शराब की बोतलें मात्र 100 रुपये में खरीद सकेंगे। यह खबर शराब पीने के शौकीन लोगों के लिए एक बड़ी राहत है।
मिलिट्री कैंटीन में शराब की रियायत
ज्यादातर लोग जानते हैं कि मिलिट्री कैंटीन में शराब की रियायत उपलब्ध होती है। यह रियायत शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने का एक माध्यम मानी जाती है, खासकर उन सैनिकों और उनके परिवारों के लिए जो अपनी जीवन में बड़ी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
मिलिट्री कैंटीनों में शराब की रियायत का उद्देश्य सैनिकों को सस्ती और पुराने दामों पर शराब प्रदान करके उन्हें आरामदायक विश्राम का मौका देना है। इस रियायत से सैनिकों का मनोरंजन और मनोदूषण से दूर रहता है और उनकी मनोदशा और योग्यता में सुधार होता है।
सैन्य जीवन में काम करने वाले लोगों के लिए मिलिट्री कैंटीन में सस्ती शराब की उपलब्धता एक अच्छा लाभ है। इसके द्वारा वे अपने उद्योग में दी गई मेहनत और सेवानिवृत्ति को आदर्श ढंग से मना सकते हैं। इसके साथ ही, यह रियायत उनके परिवार के आनंद और सुरक्षा को भी सुनिश्चित करती है।
नकारात्मक पहलुओं का ध्यान रखें
हालांकि, शराब की रियायत के कुछ नकारात्मक पहलुओं के बारे में सोचना जरूरी है। शराब की अधिक मात्रा सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है और यह नशे की स्थिति उत्पन्न कर सकती है। इसलिए, संयमित मात्रा में शराब का सेवन करना जरूरी है और सैनिकों को इसके संबंध में सतर्क रहना चाहिए।
नियमों का पालन करें
सैन्य कार्यालयों को शराब की रियायत को संचालित करने के लिए नियम और नियमों का पालन करना चाहिए। वे सुरक्षा प्रोटोकॉल और नियंत्रण उपलब्ध कराने चाहिए ताकि कोई अवैध गतिविधि नहीं होती है और शराब का गलत इस्तेमाल नहीं होता है। सैनिकों के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल सुनिश्चित करने के लिए नियम और नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है।
संक्षेप में कहें तो, मिलिट्री कैंटीन में शराब की रियायत सैनिकों के लिए एक मानसिक और शारीरिक आराम का स्रोत हो सकती है, लेकिन संयमित और जिम्मेदार उपयोग के साथ। सुनिश्चित करें कि शराब का सेवन सेहत और सुरक्षा को प्रभावित नहीं कर रहा है और सैनिकों को संबंधित नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करें।