फ़िल्म जगत को किसकी लगी नज़र! एक ही दिन में एक के बाद एक मशहूर फिल्मी सितारों ने दुनिया को कहा अलविदा...
Who caught the eye of the film world! One after the other famous film stars said goodbye to the world
बीते तीन दिनों के भीतर सिनेमा जगत को एक के बाद एक कई झटके लगे हैं। तीन दिनों के भीतर कई एक्टर और एक्ट्रेस की मौत की खबर सामने आई है।
Aamir Raza Husain Death : मशहूर डायरेक्टर-एक्टर आमिर रजा हुसैन का 66 वर्ष की आयु में निधन
आमिर रजा हुसैन एक जाने-माने डायरेक्टर, एक्टर, और आर्टिस्ट थे जिन्होंने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में अपनी महत्वपूर्ण पहचान बनाई थी। उनका जन्म 6 जनवरी 1957 को एक कुलीन अवधी परिवार में हुआ था। हुसैन की परवरिश उनकी मां ने की थी और उनके माता-पिता का तलाक हो चुका था।
आमिर रजा हुसैन ने मेयो कॉलेज, अजमेर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और इसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज में इतिहास पढ़ा। उन्होंने जॉय माइकल, बैरी जॉन, और मार्कस मर्च जैसे प्रसिद्ध निर्देशकों के निर्देशन में कई कॉलेज नाटकों में अभिनय किया।
आमिर रजा हुसैन को फिल्मों में अभिनय करते देखा गया है। उनकी प्रमुख फिल्मों में 'किम' (1984) और 'खूबसूरत' (2014) शामिल हैं। 'किम' एक रुडयार्ड किपलिंग के उपन्यास पर आधारित फिल्म थी, जिसमें पीटर ओ'टोल ने मुख्य भूमिका निभाई थी। 'खूबसूरत' एक रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा फिल्म थी, जिसमें सोनम कपूर और फवाद ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं।
आमिर रजा हुसैन की क्रिएटिव पॉवर ने भारत को विश्वस्तरीय फिल्म उत्पादन के माध्यम से अपनी पहचान दिलाई है। उन्होंने फिल्म 'द फिफ्टी डे वॉर' के माध्यम से एक मेगा थिएटर प्रोडक्शन का अनुभव कराया था, जिसे वर्ष 2000 तक किसी भी पैमाने या दृष्टि से दोहराया नहीं गया।
हालांकि, यह जानकारी दी गई है कि आमिर रजा हुसैन की मृत्यु हो गई है और वे अपनी पत्नी विराट तलवार और दो बेटों को छोड़कर इस दुनिया से चले गए हैं। उनकी मृत्यु का विषय वर्तमान में दुखद समाचार है और फिल्मी दुनिया में शोक की वातावरण है।
Gufi Paintal Passed Away: महाभारत' के 'शकुनि मामा' का 78 साल की उम्र में निधन
गूफी पेंटल के निधन की खबर सुनकर हमें दुःख का अनुभव हो रहा है। वे महाभारत सीरियल में शकुनि मामा का किरदार निभाते थे और उनका अभिनय दर्शकों के दिलों में अविस्मरणीय था। उनकी अंतिम यात्रा को आज शाम को आयोजित किया जाएगा और हमें आशा है कि सिनेमा जगत के कई सितारे उनकी अंतिम विदाई में उपस्थित होंगे। उनकी अदाकारी की यादों को सदैव याद रखा जाएगा और वे हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे।
इस संदर्भ में, महाभारत शो ने दर्शकों का मन जीता था और उनके हर किरदार ने उन्हें प्यार और सम्मान प्राप्त किया था। इस शो में गूफी पेंटल ने शकुनि मामा का किरदार निभाया था। आज भी जब भी हम शकुनि मामा के अभिनय की बात करते हैं, उसमें गूफी पेंटल का नाम सम्मिलित किया जाता है, लेकिन अब हमें उनकी विदाई को स्वीकारना पड़ेगा क्योंकि अब वे हमारे बीच नहीं हैं। उनकी उम्र सिनेमा जगत के लिए बहुत छोटी थी और यह दुखद है कि हमें उनके अदाकारी का आनंद और उनकी शक्ति और प्रेरणा की कमी सहनी पड़ेगी।
आपकी जानकारी के अनुसार, गूफी पेंटल की सेहत काफी समय से खराब थी और उन्हें कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा था। उनकी मृत्यु हृदयगति रुक जाने से हुई है। यह समाचार सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है और फैंस सहित सिनेमा जगत के कई सितारे उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। हम सभी उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।
गूफी पेंटल के करियर में उन्होंने हिंदी फिल्मों के अलावा कुछ टेलीविजन शोज में भी काम किया था। उनका अभिनय बीआर चोपड़ा के मशहूर ऐतिहासिक शो 'महाभारत' में उन्हें व्यापक पहचान दिलाई। उन्होंने इस शो में शकुनि मामा का किरदार निभाया था। उनकी प्रतिभा के चलते, उन्होंने दर्शकों के दिलों में जगह बनाई और उनकी यादें हमेशा याद रहेंगी। गूफी पेंटल का अंतिम संस्कार शाम को चार बजे किया जाएगा और उम्मीद है कि सिनेमा जगत के अनेक स्टार उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होंगे।
इस दुःखद समय में, हमें उनकी प्रतिभा और योगदान को सम्मानित रखना चाहिए और उन्हें उनके किये गए काम के माध्यम से याद करना चाहिए। उनके चरित्र और अभिनय ने दर्शकों को प्रभावित किया और सिनेमा जगत को एक महान अभिनेता की याद दिलाई। हमें उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करनी चाहिए और उनकी आत्मा को शांति प्राप्त करने की कामना करनी चाहिए।
Kollam Sudhi Death: ट्रक से टक्कर के बाद मशहूर एक्टर कोल्लम सुधी के कार के उड़े परखच्चे
बीते तीन दिनों के भीतर सिनेमा जगत में एक के बाद एक कई झटके लगे हैं। इन तीन दिनों में कई एक्टर और एक्ट्रेस की मौत की खबरें सामने आई हैं। इसी कड़ी में एक और दुखद खबर सामने आई है। खबर है कि साउथ के दिग्गज अभिनेता कोल्लम सुधी की एक दर्दनाक हादसे में मौत हो गई।
कोल्लम सुधी 39 साल के थे। मिली जानकारी के अनुसार जाने माने सिनेमा कलाकार और टेलीविजन शख्सियत कोल्लम सुधी की सोमवार को एक कार दुर्घटना में हो जाने से मौत हो गई और तीन अन्य कलाकार घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि जिस कार में सुधी, उल्लास अरूर, बिनु आदिमाली और महेश यात्रा कर रहे थे, वह कैप मंगलम में सुबह 4.30 बजे एक ट्रक से टकरा गई। इस दुर्घटना में तीन अन्य कलाकार भी घायल हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोल्लम सुधी की कार तेज रफ्तार से विपरीत दिशा से आ रही एक ट्रक से टकरा गई। यह एक भयानक हादसा था और अभिनेता के सिर पर गंभीर चोट आई। उन्हें तुरंत थिसुर के कोडुंगल्लूर में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान ही उनका निधन हो गया। अभिनेता की मृत्यु की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। उनके प्रशंसक इस खबर से बहुत दुखी हैं।
कोल्लम सुधी को उनकी महान अभिनय क्षमता और कॉमिक टाइमिंग के लिए भी जाना जाता था। अभिनेता ने अपने करियर की शुरुआत 2015 में 'कंथारी' के साथ की थी। इसके अलावा, उन्हें 'कट्टप्पानायिले ऋत्विक रोशन', 'कुट्टानदन मारप्पा', 'थिएटा रप्पाई', 'वाकाथिरिवु', 'एन इंटरनेशनल लोकल स्टोरी', 'एस्केप', 'केसु ई वेदीन्ते नाधन' और 'स्वर्गथाइल कट्टुरुम्बु' जैसी फिल्मों में देखा गया है।
बॉलीवुड की मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन की ऑनस्क्रीन माँ का निधन! फिल्म जगत में शोक की लहर...
सुलोचना लाटकर, भारतीय सिनेमा की अदाकारा, अब हमारे बीच नहीं रहीं। उनका निधन 4 जून 2023 को हुआ, जब उनकी उम्र 94 साल थी। उन्होंने सांस संबंधी परेशानियों से जूझते-जूझते अपनी जान गंवा दी। सुलोचना ने हिंदी से लेकर मराठी फिल्मों में करीब 65 साल काम किया। उनकी फिल्मोग्राफी देखने पर पता चलता है कि उन्होंने 1942 में फिल्मी करियर की शुरुआत की और उनकी आखिरी फिल्म 'परीक्षा' नामक फिल्म 2007 में रिलीज़ हुई।
सुलोचना को धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन की मां के रूप में याद किया जाता रहा है। उन्होंने अपने जीवन के दौरान इन दोनों बड़े अभिनेताओं के साथ कई फिल्मों में काम किया था। अमिताभ बच्चन के 75वें जन्मदिन पर, सुलोचना ने खुद हाथ से लिखा एक पत्र और उसे बिग बी को दिया था। उनकी मौत की खबर महानायक के लिए भी कठिन घड़ी होगी।
साल 1999 में, सुलोचना को सुलोचना लाटकर पुरस्कार के तौर पर पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वहीं, 2004 में फिल्मफेयर ने भी उन्हें लाइफटाइम अर्चीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया था। इसके अलावा, महाराष्ट्र सरकार ने भी उन्हें भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया था।
सुलोचना लाटकर ने 14 साल की उम्र में शादी की थी। उनके पति का नाम काशीनाथ घाणेकर था, जो मराठी स्टेज के पहले सुपरस्टार रहे हैं। काशीनाथ घाणेकर का 56 साल की उम्र में निधन हो गया था। सुलोचना और काशीनाथ के एक बेटी है, जिसका नाम कंचन घाणेकर है। सुलोचना की बेटी कंचन घाणेकर भी अभिनेत्री है।
सुलोचना ने अपने 65 साल के करियर में कई हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया। उनकी पहली फिल्म साल 1942 में रिलीज हुई थी और उनकी आखिरी फिल्म 'परीक्षा' है, जो साल 2007 में आई। इस दौरान, उन्होंने 'हिम्मतवाला', 'फुलवारी', 'राजतिलक', 'खून भरी मांग', 'गुलामी', 'प्रेम गीत', 'दोस्ताना', 'नागिन', 'रईस', 'कोरा कागज', 'जीत' जैसी प्रमुख फिल्मों में भूमिका निभाई।
सुलोचना लाटकर को साल 1999 में पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया। इसके अलावा, साल 2004 में फिल्मफेयर ने उन्हें लाइफटाइम अर्चीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया था। वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने भी उन्हें भूषण अवॉर्ड से नवाजा था। सुलोचना लाटकर को धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन की मां के रूप में भी याद किया जाता रहा है। उन्होंने अमिताभ बच्चन के 75वें जन्मदिन पर एक प्यारा सा खत भेजा था, जिसे अमिताभ ने सोशल मीडिया पर साझा किया था।
उन्होंने उस खत में लिखा था, 'मेरे प्यारे चिरंजीवी अमित जी। आज आप 75 साल के हो गए हो। मराठी में इस खास दिन को अमृतमहोत्सव कहते हैं। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वह आपकी जिंदगी में यू ही अमृतधारा बरसाते रहे।'
अमिताभ बच्चन की फिल्मों में सुलोचना ने मां का किरदार निभाया था, जैसे कि 'मुकद्दर का सिकंदर', 'मजबूर' और 'रेश्मा और शेरा'। सुलोचना लाटकर एक उदाहरणीय कलाकार थीं और उन्होंने अपने काम से लोगों को प्रभावित किया। उनका निधन एक बड़ी क्षति है, जो भारतीय सिनेमा को अपनी यादगार कला से वंचित कर देगी।