स्कंधपुराण के अनुसार काशीखंड के दुर्लभ मंदिरों की होगी खोज:संस्कृत विश्वविद्यालय ने बनाई 17 विद्वानों की कमेटी

According to Skandhapuran, rare temples of Kashikhand will be discovered: Sanskrit University formed a committee of 17 scholars
 
According to Skandhapuran, rare temples of Kashikhand will be discovered: Sanskrit University formed a committee of 17 scholars

BHU Varanasi: स्कंधपुराण के काशीखंड ग्रंथ के अनुसार, वाराणसी में जिन-जिन मंदिरों का उल्लेख है, अब उनकी खोज की जाएगी। इस साल जनवरी के अंत तक दुर्लभ मंदिरों की एक प्रमाणिक सूची तैयार कर ली जाएगी। वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने काशी के प्राचीन मंदिरों का पता लगाने के लिए आज एक कमेटी का गठन किया है। कमेटी की रिपोर्ट 31 जनवरी तक कमेटी के उपाध्यक्ष को सबमिट कर दी जाएगी

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी की अध्यक्षता में यह कमेटी काम करेगी।

यहां पर देखें कमेटी में शामिल सदस्यों के नाम...

प्रो. हरेराम त्रिपाठी, कुलपति और अध्यक्ष
पद्मभूषण प्रो. वशिष्ठ त्रिपाठी, काशी विद्वत्परिषद्, अध्यक्ष
प्रो. नागेंद्र पांडेय अध्यक्ष , न्यास काशी विश्वनाथ धाम
प्रो. कृष्ण कांत शर्मा, प्रांत अध्यक्ष , संस्कृत भारती काशी
प्रो. हृदयरंजन शर्मा, BHU
प्रो. रामचंद्र पांडेय, BHU
प्रो. रामकिशोर त्रिपाठी, संस्कृत विश्वविद्यालय।
प्रो. रामनारायण द्विवेदी, महामंत्री, काशी विद्वत्परिषद् और BHU
प्रो. हरिप्रसाद अधिकारी, निदेशक अनुसंधान, संस्कृत विश्वविद्यालय।
डॉ. पद्माकर मिश्र, शोध निदेशक और परीक्षा नियंत्रक, संस्कृत विश्वविद्यालय।
प्रो. हरिशंकर पांडेय, छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष, संस्कृत विश्वविद्यालय।्र
प्रो. दिनेश कुमार गर्ग, प्राचीन राजशास्त्र विभाग, संस्कृत विश्वविद्यालय।
डॉ. रविशंकर पांडेय, संस्कृत विश्वविद्यालय।
डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, BHU.
डॉ. संजीव राय, संस्कृत भारती
विजय मणि त्रिपाठी, संस्कृत विश्वविद्यालय।
कुलसचिव, संस्कृत विश्वविद्यालय।

काशीखंड के दुर्लभ मंदिरों की होगी खोज:संस्कृत विश्वविद्यालय ने बनाई 17 विद्वानों की कमेटी; जनवरी के अंत में आएगी रिपोर्ट काशी के घाटाें और मंदिरों की 100 साल पुरानी तस्वीर। स्कंधपुराण के काशीखंड ग्रंथ के अनुसार, वाराणसी में जिन-जिन मंदिरों का उल्लेख है, अब उनकी खोज की जाएगी।

काशीखंड के दुर्लभ मंदिरों की होगी खोज:संस्कृत विश्वविद्यालय ने बनाई 17 विद्वानों की कमेटी;

                                                                                   काशीखण्ड मे लिखा हुआ पाण्डुलिपि