Ganesh chaturthi 2023: बनारस में सभी गणेश मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, जानिए शुभ मुहूर्त व चंद्रोदय का समय
Ganesh chaturthi 2023: Huge crowd of devotees in all Ganesh temples in Banaras, know auspicious time and moonrise time

आज गणेश चतुर्थी का पर्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ या संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। आज के दिन महिलाएं संतान प्राप्ति, संतान की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और वैभव के लिए निर्जल व्रत रहती हैं। इस पुण्य अवसर पर आज काशी में सुबह से ही गणेश मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा हुआ है।
काशी के गणेश मंदिरों में आज सुबह से ही भक्तों की लाइन लगी हुई है।
गणेश मंदिरों में सुबह से ही उमड़े हैं श्रद्धालु
काशी में गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। लोहटिया स्थित बड़ा गणेश मंदिर, सोनारपुरा स्थित श्री चिंतामणि गणेश मंदिर और दुर्गाकुंड स्थित दुर्ग विनायक गणेश मंदिर में श्रद्धालु सुबह से ही दर्शन-पूजन कर रहे हैं। श्रद्धालु भगवान गणेश को उनका प्रिय मोदक और तिल के लड्डू अर्पित कर रहे हैं।
बड़ा गणेश मंदिर के पंडित रामानाथ दूबे ने बताया कि आज भोर में भगवान गणेश का भव्य श्रृंगार कर उनकी पूजा और आरती के बाद श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन के लिए कपाट खोला गया। गणेश चतुर्थी के पर्व का बड़ा महत्व है। इस दिन व्रत रहने और भगवान गणेश की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
चंद्रोदय का समय?
चंद्रमा का दर्शन पूजन करने के बाद पारण किया जाएगा। चंद्रोदय (चंद्र का दर्शन) रात 8.23 के बाद होगा। ज्योतिषाचार्य विमल जैन ने बताया कि माघ कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि मंगलवार को दिन में 12.10 बजे से बुधवार 11 जनवरी को 2.32 बजे तक रहेगी। चंद्रोदय रात्रि 8.23 बजे होगा। चंद्र उदय के बाद अर्घ्य देकर उनकी पूजा की जाती है।
श्री चिंतामणि गणेश मंदिर के महंत चल्ला सुब्बाराव शास्त्री ने कहा कि गणेश चतुर्थी का विशेष माहत्व है। महिलाएं पुत्र प्राप्ति के साथ ही धन और वैभव के लिए आज निर्जल व्रत रखती हैं। सच्चे मन से पूजा करने पर भक्तों की मनोकामनाएं प्रभु गणेश पूरी करते हैं। वहीं, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस गणेश मंदिरों के इर्दगिर्द अतिरिक्त सतर्कत बरत रही है।