Varanasi Ganga Vilas: गंगा विलास क्रूज पर सफर करना कितना महंगा, जानिए क्रूज के किराए से लेकर सब कुछ

Varanasi Ganga Vilas: How expensive is traveling on Ganga Vilas cruise, know everything from cruise fare

 
Varanasi Ganga Vilas: गंगा विलास क्रूज पर सफर करना कितना महंगा, जानिए क्रूज के किराए से लेकर सब कुछ

Varanasi Ganga Vilas: वाराणसी से सबसे लंबी नदी यात्रा पर रवाना हुआ एमवी गंगा विलास क्रूज अब सितंबर में वापस आएगा। 51 दिन की यात्रा पूरी कर फरवरी के अंतिम सप्ताह में यह क्रूज डिब्रूगढ़ पहुंचेगा और वहां से फिर सैलानियों को लेकर कोलकाता जाएगा। तीन दिन तक तकनीकी जांच के बाद गंगा विलास ढाका के लिए रवाना होगा।

 

 

सितंबर में सैलानियों को लेकर यह क्रूज वाराणसी आएगा और फिर यहां से नए पर्यटकों को लेकर अपनी यात्रा पर निकलेगा। यहां से रवाना हुए क्रूज की निगरानी एनडीआरएफ की टीम बिहार की सीमा तक करेगी।

 

 

रविदास घाट से शुक्रवार को 31 सैलानियों को लेकर रवाना हुए गंगा विलास ने देर शाम जमनिया में लंगर डाल दिया है। बिहार और पश्चिम बंगाल के रास्ते यह क्रूज बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश करेगा।



इस यात्रा के कारण भारत और बांग्लादेश की कला, संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता में शामिल होने का अवसर मिलेगा। गंगा विलास क्रूज की आधिकारिक जलयात्रा सितंबर से शुरू हो सकती है, फिर भी क्रूज की बुकिंग अगले दो वर्षों के लिए फुल हो गई। इसकी पुष्टि क्रूज के निदेशक राज सिंह ने भी की है।

शुक्रवार रात को जमनिया में बीच गंगा में खड़े क्रूज के अंदर ही सैलानी रहे। शनिवार दोपहर में यह गाजीपुर पहुंचेगा और वहां लोक नृत्य व संगीत के कलाकार पर्यटकों का भव्य स्वागत करेंगे। यहां सैलानियों की अगवानी में ढेढ़िया नृत्य होगा। इसके बाद यहां पर्यटक लार्ड कार्नवालिस का मकबरा देखने जाएंगे। पर्यटन अधिकारी प्रीती श्रीवास्तव ने बताया कि कलाकारों की टीम शुक्रवार को ही गाजीपुर पहुंच गई। 

51 दिन की यात्रा पर निकले क्रूज में गीत-संगीत के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। यहां खानपान की विविधता के साथ ही पांच सितारा होटल जैसी सुविधाएं भी मिल रही हैं। आलीशान सुइट्स में सभी सुविधाओं के साथ जिम आदि की सुविधा भी है। यह यात्रा 50 से अधिक जगहों पर यात्रा रुकेगी। क्रूज जलयान, राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्य से भी गुजरेगा। 

गंगा विलास में एक सुइट 38 लाख रुपये में बुक किए गए हैं। सुइट को कई यात्रियों ने मिलकर बुक किया है। ऐसे में एक यात्री के हिस्से में 13 लाख रुपए का खर्च आया है। अलग-अलग ट्रेवल स्लॉट के लिए किराया अलग अलग है। इनक्रेडिबल बनारस पैकेज की कीमत 1.12 लाख रुपये है। इस पैकेज में गंगा घाट से लेकर रामनगर तक का पर्यटन शामिल है। यह यात्रा चार दिन की होगी। 

वहीं, बनारस में एक दिन की यात्रा का किराया 300 डॉलर यानी करीब 25 हजार रुपये है। कोलकाता-बनारस पैकेज का किराया 4 लाख 37 हजार 250 रुपये है। कोलकाता से बांग्लादेश की राजधानी ढाका तक की यात्रा का किराया भी इतना ही है। कोलकाता से मुर्शिदाबाद राउंड ट्रिप (आठ दिन) के लिए 2 लाख 92 हजार 875 रुपये देने होंगे।

क्रूज के संचालक राज सिंह ने बताया कि गंगा विलास क्रूज भारत में निर्मित है। भारत की नदियों के मुताबिक कम गहरे पानी में भी चल सकता है। क्रूज की स्पीड अपस्ट्रीम में 12 किलोमीटर प्रति घंटा और डाउनस्ट्रीम 20 किलोमीटर तक है। इसमें शुद्ध पेयजल के लिए आरओे सिस्टम है और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी है। 

इंटीरियर में वाराणसी के फैब्रिक का प्रयोग किया गया है और उत्तर प्रदेश प्रदेश के जीआई और ओडीओपी उत्पादों से सजावट किया गया है। उन्होंने बताया कि क्रूज जिस शहर में रुकेगा। वहां की स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। गंगा विलास क्रूज की लंबाई 62.5 मीटर, चौड़ाई 12.8 मीटर, ड्राफ्ट 1.35 मीटर है। इसमें तीन सनडेक हैं। 36 पर्यटकों की क्षमता वाले बोर्ड पर 18 सुइट्स हैं।

32 सौ किलोमीटर की यह नदी यात्रा 27 नदियों के मार्गों से गुजरेगी। इसमें रास्ते में मुख्य तीन नदियां गंगा, मेघना और ब्रह्मपुत्र नदियां पड़ेंगी। क्रूज बंगाल में गंगा की सहायक और दूसरे नामों से प्रचलित भागीरथी, हुगली, बिद्यावती, मालटा, सुंदरबन रिवर सिस्टम, वहीं बांग्लादेश में मेघना, पद्मा, जमुना और फिर भारत में ब्रह्मपुत्र से असम में प्रवेश करेगा। भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल की वजह से यह यात्रा बांग्लादेश को क्रॉस करेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गंगा में बन रहा राष्ट्रीय जलमार्ग पूरे देश के लिए मॉडल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। नदी जल मार्ग अब भारत की नई ताकत बनेगा। गंगा विलास क्रूज काशी से डिब्रूगढ़ के बीच विकास की एक नई लकीर खींचेगा। यह क्रूज जहां-जहां से गुजरेगा, वहां विकास की नया मार्ग तैयार होगा। यह क्रूज 3200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। राष्ट्रीय जलमार्ग अब ट्रांसपोर्ट, ट्रेड व टूरिज्म का महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है। 

गंगा विलास क्रूज में सुइट पाने के लिए आपको करना होगा सालभर से ज्यादा इंतजार। 51 दिन की यात्रा का किराया प्रति यात्री 50-55 लाख रुपये है। इतना अधिक किराया होने के बावजूद बुकिंग का आलम यह है कि अगले साल मार्च तक यह पूरी तरह से बुक है। ऐसे में इस लग्जरी क्रूज में एक सुइट पाने के लिए एक साल से अधिक समय तक का इंतजार करना होगा। अगले साल अप्रैल से बुकिंग उपलब्ध हैं।