MV ganga vilas cruise video: पीएम मोदी ने गंगा विलास क्रूज को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, काशी की धरती से अपनी 51 दिन की यात्रा पर निकला क्रूज
MV ganga vilas cruise video: PM Modi flagged off the Ganga Vilas cruise, the cruise set out on its 51-day journey from the land of Kashi

दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग के लिए वाराणसी से आज गंगा विलास क्रूज रवाना होगा। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एमवी गंगा विलास को रवाना करेंगे। कार्यक्रम के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को ही वाराणसी पहुंच गए थे। साथ ही पीएम मोदी गंगा पार रेती पर बने टेंट सिटी का भी उद्घाटन करेंगे। फाइव सितारा होटल की सुविधाओं से लैस टेंट सिटी में गंगा दर्शन विला सबसे खास आकर्षण वाला है। इसके अलावा अन्य टेंट कॉटेज भी हैं। यहां खास बनारसी खानपान होगा। इसके अलावा खास थीम पर लाइटिंग और डेकोरेशन किया गया है। ऐतिहासिक घाटों, गंगा और पूरे टेंट सिटी का नजारा देखने के लिए स्टेनलेस स्टील का 32 फीट ऊंचा गंगा वाच टावर बनाया गया है।
पीएम मोदी से पहले सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले तीन दिनों में गंगा विलास के पर्यटकों ने वाराणसी और आसपास के स्थानों का दौरा किया और यहां की संस्कृति को जाना। काशी आज एक नई पहचान के साथ आगे बढ़ रही है।
पीएम ने क्रूज को रवाना करने से पहले हर-हर महादेव के उद्घोष से अपना संबोधन शुरू किया।मैं सभी विदेश पर्यटकों का स्वागत करता हूं। पीएम ने जलमार्ग को सबसे सस्ता साधन बताया।गंगा विलास क्रूज 25 अलग-अलग नदियों से होकर गुजरेगा। देश में कुल 111 जलमार्ग हैं जिनमें 5 पुराने, 106 नए जलमार्ग है। 20,275 किमी. के जलमार्ग 24 राज्यों में फैले हुए हैं।
जलमार्ग से सबसे बड़ा फायदा है इससे सड़क की जाम में फंसने का कोई झंझट नहीं होता। इसके अलावा एक्सीडेंट का खतरा सबसे कम होता है। भारी सामानों की ढुलाई अन्य साधनों के मुकाबले जलमार्ग से आसान है।111 राष्ट्रीय जलमार्गों को विकसित किया जा रहा है। क्रूज टूरिज्म का ये नया दौर युवाओं को रोजगार देगा।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का संबोधन
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि गंगा विलास क्रूज बिहार के 6 स्थलों बक्सर, छपरा, पटना, सिमरिया, मुंगेर, सुल्तानगंज और कहलगांव में रुकेगा। ये राज्य के लिए सौभाग्य की बात है। इससे पर्यटकों का बिहार की संस्कृति और इतिहास से परिचय होगा।
इस वजह से खास है गंगा क्रूज
गंगा विलास क्रूज आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है। क्रूज का इंटीरियर देश की संस्कृति और धरोहर को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इंटीरियर में सफेद, गुलाबी, लाल और हल्के रंगों का इस्तेमाल किया गया है। वुडेन फ्लोरिंग और रंगों का बेहतर समन्वय पर्यटकों को सबसे अधिक पसंद आ रहा है।
क्रूज में तीन डेक हैं। तीनों डेक पर अलग-अलग सुविधाएं हैं। क्रूज पूरी तरह से इको फ्रेंडली है। कचरों को एक जगह एकत्र कर सुरक्षित रूप से निस्तारित किया जाता है। प्रदूषण का स्तर शून्य रखने के र्लिए इंधन के रूप में हाई स्पीड डीजल का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें लगे ऑयल स्प्रेडर्स डीजल को गंगा में जाने से बचाते हैं।
क्रूज में 60 हजार लीटर पानी स्टोर करने की क्षमता है। क्रूज को इस तरह डिजाइन किया गया है कि पर्यटकों को प्लास्टिक की बोतलों की जरूरत ही ना पड़े। क्रूज में आधुनिक उपकरणों से लैस एसटीपी लगाई गई है।