Sania Mirza fighter pilot: मिर्ज़ापुर की सानिया मिर्ज़ा ने रचा इतिहास, बनी देश की पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट

Sania Mirza fighter pilot: Mirzapur's Sania Mirza created history, became the country's first Muslim woman fighter pilot

First Muslim fighter pilot, 
Who is first Muslim pilot?,
Who is the first female Muslim pilot?,
Can a Muslim girl become a pilot?,first indian pilot in india
first muslim woman in india
male pilot names
is captain zoya married
famous aviators
captain zoya agarwal age
famous pilots today
famous american pilots

 
मीरजापुर न्यूज़। अगर हौसला बुलंद हो तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती। अपने संघर्ष और जज्बे से कोई भी मुकाम इंसान हासिल कर सकता है। ऐसा ही जनपद मीरजापुर की एक टीवी मैकेनिक की बेटी ने क‍िया है। उसने एनडीए की परीक्षा पास कर भारतीय वायु सेना में देश की पहली मुस्लिम गर्ल फाइटर पायलट बनने की राह पकड़ ली है। उत्तर प्रदेश की वह पहली महिला है ज‍िसने फाइटर पायलट में जगह बनाया है।       मिर्जापुर के छोटे से गांव जसोवर की रहने वाली पहली मुस्लिम महिला फाइटर सानिया मिर्जा द्वारा रचा गया इतिहास, मिर्जापुर का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखकर पहली मुस्लिम महिला फाइटर का शुरुआती शिक्षा गांव के ही स्कूल से शुरू हुआ जहां उन्होंने हाई स्कूल तक शिक्षा ग्रहण किया।    आपको बताते चलें की सानिया मिर्जा मिर्जापुर के जिस गांव जसोवर की रहने वाली हैं वहां रात रात भर बिजली नहीं आती कभी कभी तो ऐसा होता है की हफ्तों बिजली नहीं आती लेकिन उनके कुछ करने का जज्बा उनके मुसीबत भरी राहों को आसान बनाता गया। दिया की रोशनी में पढ़ाई करते हुए सानिया मिर्जा आज हिंदुस्तान की पहली महिला फाइटर बनी हैं।     वह 27 दिसंबर को ज्‍वाइन करेंगी।     मीरजापुर जिले के देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के छोटे से गांव के रहने वाले टीवी मकैनिक की बेटी ने जिले ही नहीं देश का नाम रोशन किया है. टीवी मैकेनिक शाहिद अली की बेटी सानिया मिर्जा ने एनडीए की परीक्षा पास यह मुकाम हासिल क‍िया है। सानिया मिर्जा भारतीय वायु सेना के फाइटर पायलट पर चयनित हुई है। सानिया मिर्जा देश की पहली मुस्लिम फाइटर पायलट महिला होंगी।       सानिया म‍िर्जा ने करीब 8 महीने पहले एग्‍जाम पास क‍िया था। इसकी फाइनल ल‍िस्‍ट नवंबर में जारी हुई ज‍िसमें सान‍िया म‍िर्जा का नाम फाइटर पायलट के रूप में आया। अब वह 27 द‍िसंबर को पुणे के खड़गवासला में ज्‍वाइनिंग करेंगे जहां एनडीए एकेडमी है।       सान‍िया ने बचपन से ही एयरफोर्स में जाने का सपना देखा था। 12 वीं की पढ़ाई के बाद उसने कोच‍िंग भी की और अपने सपने को पूरा करने के ल‍िए जी-जान से जुट गई। आख‍िर सान‍िया म‍िर्जा की मेहनत रंग लाई और वह देश की पहली मुस्‍ल‍िम फाइटर पायलट बनने की राह पर आगे बढ़ गई। सानिया मिर्जा अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपनी माता पिता भाइयों और अपने टीचरों को देती हैं।

मीरजापुर न्यूज़। अगर हौसला बुलंद हो तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती। अपने संघर्ष और जज्बे से कोई भी मुकाम इंसान हासिल कर सकता है। ऐसा ही जनपद मीरजापुर की एक टीवी मैकेनिक की बेटी ने क‍िया है। उसने एनडीए की परीक्षा पास कर भारतीय वायु सेना में देश की पहली मुस्लिम गर्ल फाइटर पायलट बनने की राह पकड़ ली है। उत्तर प्रदेश की वह पहली महिला है ज‍िसने फाइटर पायलट में जगह बनाया है। 

मिर्जापुर के छोटे से गांव जसोवर की रहने वाली पहली मुस्लिम महिला फाइटर सानिया मिर्जा द्वारा रचा गया इतिहास, मिर्जापुर का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखकर पहली मुस्लिम महिला फाइटर का शुरुआती शिक्षा गांव के ही स्कूल से शुरू हुआ जहां उन्होंने हाई स्कूल तक शिक्षा ग्रहण किया।

आपको बताते चलें की सानिया मिर्जा मिर्जापुर के जिस गांव जसोवर की रहने वाली हैं वहां रात रात भर बिजली नहीं आती कभी कभी तो ऐसा होता है की हफ्तों बिजली नहीं आती लेकिन उनके कुछ करने का जज्बा उनके मुसीबत भरी राहों को आसान बनाता गया। दिया की रोशनी में पढ़ाई करते हुए सानिया मिर्जा आज हिंदुस्तान की पहली महिला फाइटर बनी हैं।


वह 27 दिसंबर को ज्‍वाइन करेंगी।


मीरजापुर जिले के देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के छोटे से गांव के रहने वाले टीवी मकैनिक की बेटी ने जिले ही नहीं देश का नाम रोशन किया है. टीवी मैकेनिक शाहिद अली की बेटी सानिया मिर्जा ने एनडीए की परीक्षा पास यह मुकाम हासिल क‍िया है। सानिया मिर्जा भारतीय वायु सेना के फाइटर पायलट पर चयनित हुई है। सानिया मिर्जा देश की पहली मुस्लिम फाइटर पायलट महिला होंगी। 

सानिया म‍िर्जा ने करीब 8 महीने पहले एग्‍जाम पास क‍िया था। इसकी फाइनल ल‍िस्‍ट नवंबर में जारी हुई ज‍िसमें सान‍िया म‍िर्जा का नाम फाइटर पायलट के रूप में आया। अब वह 27 द‍िसंबर को पुणे के खड़गवासला में ज्‍वाइनिंग करेंगे जहां एनडीए एकेडमी है। 

सान‍िया ने बचपन से ही एयरफोर्स में जाने का सपना देखा था। 12 वीं की पढ़ाई के बाद उसने कोच‍िंग भी की और अपने सपने को पूरा करने के ल‍िए जी-जान से जुट गई। आख‍िर सान‍िया म‍िर्जा की मेहनत रंग लाई और वह देश की पहली मुस्‍ल‍िम फाइटर पायलट बनने की राह पर आगे बढ़ गई। सानिया मिर्जा अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपनी माता पिता भाइयों और अपने टीचरों को देती हैं।