डॉ. यश पांडे ने बीएचयू में अब तक की सबसे बड़ी 45 एमएम स्टोन की सफल सर्जरी की

पथरी के कारण मरीज को असहनीय दर्द और परेशानी हो रही थी।
हालांकि, डॉ यश पांडे जटिल सर्जरी के माध्यम से उनकी पीड़ा को कम करने में सक्षम थे।
पथरी के आकार को देखते हुए सर्जरी की प्रक्रिया कठिन और चुनौतीपूर्ण थी। डॉ. यश पांडे और उनकी टीम ने यह सुनिश्चित करते हुए कि मरीज सुरक्षित हाथों में है, सटीकता और सावधानी के साथ सर्जरी की। सर्जरी पूरी तरह सफल रही और ऑपरेशन के बाद मरीज जल्दी ठीक हो गया।
इसके अलावा, स्टोन सर्जरी में डॉ. यश पांडे का विशेषज्ञ ज्ञान और अनुभव इस तरह के एक सुरक्षित और प्रभावी सर्जिकल परिणाम देने में महत्वपूर्ण साबित हुआ। उनके कौशल और विशेषज्ञता ने उन्हें इस क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ सर्जनों में से एक बना दिया है।
रिलीज विधिवत रूप से सर्जरी की कठिनाई को नोट करती है, जिसमें पथरी रोगी के लिए महत्वपूर्ण दर्द और परेशानी पैदा करती है। सर्जिकल टीम को गुर्दे को सफलतापूर्वक नेविगेट करने और विशाल पथरी को निकालने के लिए उन्नत इमेजिंग तकनीकों और न्यूनतम इनवेसिव तरीकों का लाभ उठाना पड़ा। सर्जरी सावधानीपूर्वक योजना, कुशल निष्पादन और डॉ. पांडे की अनुकरणीय सर्जिकल विशेषज्ञता का परिणाम थी।
सर्जरी के बाद द्वारा साझा की गई प्रेस विज्ञप्ति में सर्जरी की सफलता में डॉ. यश पांडेय के योगदान को स्वीकार किया गया है। इसने एक उच्च सम्मानित सर्जन के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को भी मजबूत किया।