Sun Halo: सूर्य के चारो तरफ दिख रहा गोलाकार घेरा, लोग शुभ - अशुभ की लगा रहे आशंका, जानें यह क्या है?

 
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उत्तर प्रदेश। वाराणसी, प्रयागराज समेत उत्तर भारत के कई जिलों में आज सूरज के चारों तरफ एक गोलाकार घेरा देखने को मिला। यह नजारा बिल्कुल अद्भुत था, लोगों ने इसकी तस्वीरें लीं और सोशल मीडिया पर जमकर शेयर करने लगे। चलिए आज इन सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर यह बनता कैसे है और इसे साइंस की भाषा में क्या कहा जाता है? इसके साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि क्या यह सिर्फ सूरज के साथ ही होता है या चांद के साथ भी कभी ऐसा होता है या फिर कभी ऐसा हुआ है।

 

कुछ लोगों द्वारा इसे ईश्वर की कृपा बताई जा रही है, तो कुछ लोग अलग-अलग तर्क दे रहे हैं। फिलहाल सूरज के किनारे चारों तरफ बने गोलाकार आकृति को लेकर लोगों द्वारा तरह-तरह की बातें की जा रही हैं।

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लेकिन आपको बता दें की वैज्ञानिक भाषा में इसे सन हालो (Sun Halo) कहते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सूर्य कि किरणों के रिफ्लेक्शन के चलते ऐसा होता है। यह एक साधारण वायुमंडलीय घटना है। सूर्य के चारों ओर बनने वाले इस इंद्रधनुषी रंग के घेरे को सन हालो (Sun Halo) कहा जाता है।

 

Halo प्रकाश द्वारा निर्मित प्रकाशीय परिघटनाओं के एक घटना का नाम है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह एक सामान्य प्रक्रिया है। ऐसा तब होता है जब सूर्य पृथ्वी से 22 डिग्री के कोण पर पहुँचता है, तब आकाश में नमी के कारण इस प्रकार के रिंग का निर्माण होता है। यह भी बता दें कि इस सन हालो को पहली बार नहीं देखा गया है। इससे पहले भी कई बार सूर्य के किना ऐसी आकृति अर्थात सन हालो को देखा जा चुका है।