दुनिया के 'सबसे गंदे शख्स' की मौत, नहाते ही चली गई जान
दुनिया के 'सबसे गंदे आदमी' कहे जाने वाले अमौ हाजी का 94 साल की उम्र में निधन हो गया है। यूं तो उनके नाम सबसे गंदे होने का कोई लिखित रिकॉर्ड नहीं था, लेकिन कहा जाता है कि वे 50 साल से नहाए नहीं थे, इसीलिए उन्हें सबसे गंदा शख्स कहा जाने लगा।
हाजी ईरान के फार्स प्रांत में एकांत जगह पर रहते थे। उन्होंने कुछ महीने पहले ही साबुन और पानी का इस्तेमाल कर नहाया था, जिसके बाद रविवार को उनकी मौत हो गई। हाजी सड़ा मांस खाकर और गंदा पानी पीकर जीवन जी रहे थे।
नहाने से बीमार होने का डर था
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाजी को नहाने से डर लगता था। उनका मानना था कि वे नहाने से बीमार पड़ सकते हैं। आसपास के लोग अक्सर उन पर साफ होने का दबाव बनाते थे, जिससे वे उदास हो जाते थे। 2014 में तेहरान टाइम्स से बातचीत के दौरान हाजी ने बताया था कि वे एक गड्ढे में ईंटों से बनाई झोपड़ी में रहते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, इतने लंबे समय तक न नहाने की वजह से हाजी की त्वचा काली पड़ चुकी थी। साथ ही उनके खाने में सिर्फ सड़ा हुआ मांस और गंदा पानी शामिल रहता था। उनका पसंदीदा खाना पॉर्क्यूपाइन मीट था। उन्हें धूम्रपान की लत भी थी। कई पुरानी तस्वीरों में उन्हें एक साथ कई सिगरेट पीतेदेखा जा सकता है।
मल से भरे पाइप से भी धूम्रपान करते थे
वे जानवरों के मल से भरे पाइप से भी धूम्रपान करते थे। उनके शरीर पर जो कपड़े होते वे इतने पुराने थे कि मैल के कारण जगह-जगह से गले हुए थे। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक जिंदगी में लगातार नाकामियों का सामना करने के कारण हाजी में निराशा आ गई थी और उन्होंने ऐसे ही रहने का फैसला कर लिया था।
स्थानीय ग्रामीणों ने बनाया दबाव
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो स्थानीय ग्रामीण हाजी पर नहाने के लिए दबाव बनाते रहते थे, लेकिन वे हर बार इनकार कर देते थे। हालांकि, इस बार गांव वालों ने उन्हें जबरन ही बाथरूम ले जाकर नहला दिया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। वो इतनी गंभीर स्थिति में पहुंच गए कि बीते दिनों उनकी मौत हो गई।
हाजी की जिंदगी पर बनी डॉक्यूमेंट्री
ईरानी मीडिया के मुताबिक, 2013 में हाजी के जीवन के ऊपर 'द स्ट्रेंज लाइफ ऑफ अमौ हाजी' नामक एक शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई गई थी। इसमें दिखाया गया था कि अमौ हाजी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी कैसे जीते हैं।
सर्दी से बचने के लिए हेलमेट लगाते थे
हाजी को आसपास पड़ा हुआ जो भी मिल जाता था उसका वे अपने हिसाब से इस्तेमाल करने लगते थे। उनके पास आइना भी था, हेलमेट भी था। सर्दी से बचने के लिए वे हेलमेट लगा लेते थे।
लोगों ने कभी उन्हें बीमार नहीं देखा
कई बार एक्सपर्ट हाजी के पास उनकी जांच करने गए। कहा जाता है कि इतना गंदगी भरा जीवन होने के बावजूद उन्हें कोई बीमारी नहीं थी। वे कभी बैक्टीरिया की चपेट में नहीं आए। आसपास के लोग बताते थे कि उन्होंने हाजी को कभी बीमार नहीं देखा।