Gazipur News: पूर्वाञ्चल में बारात जा रही बस बनी आग का गोला, इतने बाराती जिंदा जले, कमजोर दिल वाले विडियो ना देखें...

 
 Gazipur News: पूर्वाञ्चल में बारात जा रही बस बनी आग का गोला, इतने बाराती जिंदा जले, कमजोर दिल वाले विडियो ना देखें...

गाजीपुर। पुरानी कहावत है कि जिस व्यक्ति का काल जहां लिखा होता है, वहां वह स्वयं पहुंच जाता है. ऐसा ही महाहर धाम के हरहरी नहर मार्ग पर भी हुआ. वधू पक्ष से भरी बस महाहर धाम के करीब पहुंच गई थी, लेकिन मेला व भीड़ होने के कारण पुलिस ने कुछ देर पहले ही बस को रोक दिया. इसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों ने चालक को दूसरा रास्ता बता दिया और सभी चल दिए, जबकि वहां से सभी पैदल हो 15 मिनट में धाम पहुंच जाते, लेकिन नियति को तो कुछ और ही मंजूर था.

बीच राह में मौत के तार बस चालक ने बस घुमा कर हरहरी

नहर मार्ग को पकड़ लिया. मुख्य रास्ते से उतरते समय भी रास्ता बहुत ही खराब है, लेकिन यहां भी चालक का हिम्मत नहीं डिगा और मिट्टी के मार्ग पर आगे की ओर से बढ़ गया. इसके बाद पांच सौ मीटर दूर ही रास्ते के बीचोंबीच मौत की तार लटक रही थी. इसे देखकर चालक ने बस रोक दिया, लेकिन इसके कुछ देर बाद ही उसने बस को आगे बढ़ा दी और बस तार से टच होते ही स्वतः बंद हो गई और देखते ही देखते बस का गोला बन गई और पांच लोग जिंदा जल गए, जिसमें चालक भी था. लोग इसी बात को बार-बार कोस रहे थे कि कास बस वहीं रुक गई होती तो यह हादसा नहीं होता.

 

ऐसे हुआ हादसा

बताया जाता है मऊ के खिरिया काझा से बारात शादी के लिए गाजीपुर के मरदह में स्थित महाहर मंदिर जा रही थी. निर्माणाधीन कच्चे रास्ते से ही बस मंदिर के लिए निकली थी. इसी दौरान ऊपर से जा रहे 11 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार की चपेट में बस आ गई. बस में तार सटते ही तेज चिंगारियां निकलने लगीं. अंदर मौजूद लोग चीखने चिल्लाने लगे. कुछ लोग कूद पड़े तो कुछ उसी में फंस गए. इससे पहले कि आसपास के लोग कुछ कर पाते बस में आग लग राई.

कूदकर भागी महिलाएं

इसके बाद बस चालक ने बस को हरहरी नहर पटरी के रास्ते से घुमाकर मंदिर पर ले जाने लगा, इस बीच रास्ते में काफी नीचे लटके 11 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार बस से छू गया. इसके बाद तो बस धू-धूकर जलने लगी. दुल्हन सहित कई महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ बस से कूद पड़ीं.

दुल्हन की मां के हाथ भी झुलस गए, बस में 30 से 40 लोगों के सवार होने की जानकारी मिल रही है. आग
लगते ही लोग बस से कूद गए.. इसमें अधिकांश महिलाएं और उनके बच्चे थे. आंग इतनी भयावह थी कि लोग करीब जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. बिजली आपूर्ति बंद कराने

 तक बस पूरी तरह से जल गई. उसमें सवार लोगों की पहचान नहीं हो पा रही है.

 

हादसे में झुलसे लोग

पवन (13), 30 वर्षीय अज्ञात, आरएन (7), रंजन (18), नैसी (19), निर्मला (17), अंश (5), पूजा (24), दिनेश (35), कंचन निवासी भलया, संगीता (30) निवासी मऊ आदि झुलस गए. सभी मऊ के रहने वाले हैं.
मैरो मंदिर में थी शादी

मऊ के रानीपुर क्षेत्र के खीरियां खाजा निवासी खुशबू सरोज की शादी गाजीपुर जनपद के मुहम्मदाबाद के महमूदपुर गांव निवासी तेज बहादुर सरोज से तय थी. शादी महाहरधाम के समीप भैरो मंदिर पर होनी थी. लड़की पक्ष के लोग मऊ से 40 सीटर सीएनजी बस में सवार होकर भैरो मंदिर पर आ रहे थे. पासी समाज की शादी यहीं मंदिर पर होती है. महाहरधाम मंदिर पर तीन दिवसीय मेला लगने के कारण थोड़ी दूरी पर लगे बैरियर पर बस रोक दी गई.

करंट उतरने से बस यात्रियों को लगा तेज झटका

बस में करंट उतरने से सभी यात्री को जोर का झटका लगा. इससे सभी सहम गए. दूल्हन की बहन रेखा ने बताया कि जैसे ही हम बस को छुए तो झटका लगा और देखते ही देखते बस से तेज आग की लपटे उठने लगी. इसके बाद दूल्हन, उसकी मां और बहन रेखा सहित दर्जन भर लोग बिना बस को छुए खिड़की और दरवाजे से छलांग लगा दिए.

चार वर्षीय दिव्यांशु वाराणसी रेफर

बस हादसे में झुलसे चार लोगों को जिला अस्पताल लाया गया. यहां सरायलखंसी क्षेत्र के ओन्हाइच गांव निवासी चार वर्षीय दिव्यांशु की हालत गंभीर होने के चलते वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया, जबकि तीन का इलाज चल रहा है. अस्पताल में सरायलखंसी के ओन्हाइच गांव निवासिनी 35 वर्षीय मीरा, रानीपुर के खिरिया काझा गांव निवी 16 वर्षीय नैसी सरोज, औनहाइन निवासी 30 वर्षीया दिव्यांशु की मां पूजा का इलाज चल रहा है.


 

तीन अफसर सस्पेंड

गाजीपुर जिले में हुए बस हादसे में प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री श्री एके शर्मा ने घटना की जानकारी होते ही तीन अधिकारियों को सस्पेंड करने के साथ एक की सेवा समाप्त की गई है. सस्पेंड होने वालों में अधिशासी अभियंता मनीष, एसडीओ संतोष चौधरी और जेई प्रदीप कुमार राय शामिल हैं. लाइनमैन नरेंद्र (संविदा कर्मी) की सेवा समाप्त की गई है.

मऊ से वैवाहिक कार्यक्रम में जा रही बस हाईटेंशन लाइन से छू गई, जिससे उसमें करंट उतर गया और आग लग गई. इसमें पांच लोगों की मृत्यु हुई है. बाकी पांच लोगों का राजकीय मेडिकल कालेज गाजीपुर और एक बच्चे का बीएचयू में उपचार चल रहा है. अस्पताल जाकर घायलों की स्थिति देखी. घटना की विस्तृत जांच के लिए डीएम गाजीपुर ने एडीएम और एसपी ग्रामीण की समिति बनाई है, जो दो दिन में रिपोर्ट देगी. 

भीड़ ने किया हंगामा

घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. लोग बिजली विभाग पर लापवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे. मौके पर पहुंची जिलाधिकारी आर्यका अखौरी व एसपी ओमवीर सिंह ने लोगों को समझाकर शांत कराया. जिलाधिकारी ने कहा कि घटना की 'जांच कराई जा रही है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. जिसके बाद लोग शांत हुए.

पांच लाख का मृतक के परिवार को मुआवजा

सीएम योगी ने हादसे पर दुख जताया है. अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेजी से करने का निर्देश दिया है. मृतक के घर वालों को पांच-पांच लाख और घायलों को 50-50 हज़ार रुपए मुआवजे का भी एलान किया गया है. झुलसे लोगों को हॉस्पिटल में भेजा जा रहा है. कई लोगों को मऊ के हॉस्पिटल्स में भी भेजा जा रहा है.