LPG in Plastic Bag: कंगाल पाकिस्तान में अब रसोई गैस सिलेंडरों की किल्लत, आसमान पर एलपीजी के दाम, थैलियों में गैस भरकर घर ले जा रहे लोग
LPG in plastic bag: Now there is a shortage of cooking gas houses in poor Pakistan, Panchji dams on the sky, people carrying gas in bags and taking them home
कंगाल-बदहाल पड़ोसी देश पाकिस्तान की बदहाल हालत किसी से छुपी नहीं है पर अब पाकिस्तान की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो भयानक होने के साथ-साथ बेहद खतरनाक भी है. पाकिस्तान में इस समय रसोई गैस की किल्लत के साथ गैस सिलेंडर की किल्लत भी हो चुकी है. इसके चलते लोग इस तरीके से गैस को घर ले जा रहे हैं जो देखकर आपके होश उड़ जाएंगे.
पाकिस्तान से आ रही तस्वीरों में साफ है कि लोग रसोई गैस को सिलेंडर में नहीं बल्कि प्लास्टिक की थैलियों में भरकर अपने घर ले जा रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक एक प्लास्टिक की थैली में 3 से 4 किलो तक गैस आ रही है. प्लास्टिक की इन थैलियों में गैस भरवाना कितनी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकता है, ये सोचकर ही घबराहट हो सकती है. अगर प्लास्टिक की थैलियों में आग लगेगी तो गैस के साथ मिलकर ये भयानक दृश्य पैदा कर सकता है. हालांकि लोगों के पास और कोई रास्ता नहीं है क्योंकि पाकिस्तान में गैस के साथ-साथ गैस सिलेंडरों की भी जबरदस्त किल्लत है.
एक्सपर्ट बोले- किसी भी दिन हो सकता है बड़ा हादसा
पाकिस्तान के पत्रकार गुलाम अब्बास शाह ने प्लॉस्टिक की थैलियों में रसोई गैस ले जा रहे लोगों से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। साथ ही, उन्होंने लिखा है कि जो लोग प्लास्टिक की थैलियों में गैस भर कर ले जाते हैं, वे किसी चलते फिरते बम से कम नहीं है। डीडब्ल्यू की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के बर्न केयर सेंटर में रोजाना इन थैलियों के इस्तेमाल के दौरान हुए ब्लास्ट में घायल 8 मरीज पहुंचते हैं। सेंटर की मेडिकल अफसर डॉ. कुरतुलैन के मुताबिक अगर इसी तरह धड़ल्ले से प्लास्टिक बैग में भरकर गैस का इस्तेमाल होता रहा तो यह आंकड़ा किसी दिन बहुत बड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा, "ज्यादातर महिलाएं खाना पकाने के स्टोव के विस्फोट से घायल हो जाती हैं, जबकि इनडोर गैस रिसाव विस्फोटों से भी लोग झुलस जाते हैं।"
#Pakistan With no natural gas supply to homes, residents of Karak, carry gas for their household needs in plastic bags. They are literally moving bombs. Karak has huge estimated reserves of oil and gas, while to the #Karak people legal gas connections are not provided since 2007. pic.twitter.com/FMphcH6nUa
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) December 29, 2022