स्कूल बैग में राइफल, तो लंचबॉक्स में गोला-बारूद रख स्कूल पहुंचा बच्चा, हुआ लॉकडाउन का आदेश...

अमेरिका के फोनिक्स शहर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक भारतीय छात्र ने हाई स्कूल में बंदूक और गोला-बारूद लेकर आने की चेष्टा की है. इस घटना के बाद स्कूल प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है.
लॉकडाउन का आदेश
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, फोनिक्स पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें दोपहर 1 बजे से ठीक पहले मैरीवेल के बोसोम हाई स्कूल से एक छात्र के बारे में जानकारी मिली कि उसने असलय में एआर-15 सेमी-ऑटोमैटिक राइफल और लंच बॉक्स में गोला-बारूद लिए हैं. इस पर पुलिस ने स्कूल को तत्परता के साथ लॉकडाउन कर दिया. स्कूल प्रशासन ने यह निर्णय लिया ताकि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. इस तबके के लिए लॉकडाउन एक घंटे तक चला.
छात्र की गिरफ्तारी
फोनिक्स पुलिस के निदेशक डोना रॉसी ने बताया कि वे उन लोगों की सराहना करते हैं जिन्होंने संभावित खतरे के बारे में सूचना देकर तत्परता दिखाई है और जल्दी से पुलिस को संपर्क किया है. छात्र की गिरफ्तारी के बाद उसे पुलिस हिरासत में रखा गया है. छात्र की पहचान नहीं बताई जा सकती क्योंकि वह नाबालिग है. पुलिस ने उस पर गुंडागर्दी के आरोप में मामला दर्ज किया है.
सवालों के जवाब नहीं दिए गए
अभी तक पुलिस ने यह नहीं बताया है कि छात्र ने बंदूक कैसे हासिल की और उसका स्कूल में लाने का क्या मकसद था. इस घटना से पहले अमेरिका में कई सामूहिक गोलीबारी हुई है, जिसमें AR-15-शैली की राइफलों का इस्तेमाल किया गया था. AR-15-शैली की राइफल सेमी-ऑटोमैटिक होती है, जो ट्रिगर को खींचने पर एक गोली दागती है और स्वचालित रूप से दूसरे शॉट के लिए लोड होती है.
अधिकारियों द्वारा सराहना की गई सुरक्षा की चेतावनी
इस मामले में फोनिक्स पुलिस अधिकारी ने जनता को ध्यान देने की चेतावनी दी है और उन्होंने सुरक्षा की महत्वपूर्णता पर बल दिया है. वे कहते हैं कि अगर किसी को ऐसी संदेहास्पद गतिविधियों के बारे में जानकारी हो तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करें. सुरक्षा और सामरिक संवेदनशीलता हम सबकी जिम्मेदारी है और हमें इसे मिलकर निभाना चाहिए.
इस विषय पर जांच जारी है और उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. प्राथमिकता हमेशा सुरक्षा और छात्रों की सुरक्षा को दी जाती है और ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाता है ताकि इस तरह की घटनाएं अग्रेषण और जोखिम का कारण न बनें.