कुछ सेक्शुअल समस्याओं के आयुर्वेदिक समाधान, जिस पर लोग खुल कर बात नहीं करते

Ayurvedic solutions to some sexual problems, which people do not talk about openly

 

अगर आपको लगता है कि बंझपन सिर्फ महिलाओं में होता है तो ये आपकी गलतफहमी है। पुरुष बांझपन, एक ऐसी समस्या है जो पुरुष आबादी के काफी हिस्से को प्रभावित करती है और ये संख्या जिन पर दिन बढ़ती चली जा रही है। मगर अफसोस की बात है कि इससे प्रभावित बहुत कम ही लोग इस पर खुल कर बात करते हैं, बाकी सभी लोग बस घुट-घुट कर जीते रहते हैं। 

 

 

ये परेशानी शुक्राणुओं यानि कि स्पर्म की कम संख्या या स्पर्म के कम एक्टिव होने के कारण होती है, जिसकी वजह से स्पर्म फीमेल एग्स को फर्टिलाइज़ नहीं कर पाता है और बच्चा पैदा करने में समस्या का सामना करना पड़ता है। आयुर्वेद में पुरूष बांझपन का स्थाई उपचार उपलब्ध है। आयुर्वेद में ऐसी हर्बल औषधियां हैं जो पुरूष के वीर्य में सुधार करके उनकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाती हैं। 

 

 

उपाय - अश्वगंधा पाउडर, शतावरी पाउडर, सफेद मूसली पाउडर, काली मूसली पाउडर, कौच बीज पाउडर और आंवला पाउडर बराबर मात्रा में मिलाएं। इस मिश्रण को रोजाना 10 ग्राम, रात को दूध के साथ सेवन करें। आपको जल्द ही लाभ दिखना शुरू हो जाएगा।

 

 

शीघ्रपतन

 

शीघ्रपतन यानि कि प्रीमैच्योर इजैक्युलेशन की समस्या का सामना कई पुरुष करते हैं। इस समस्या में पुरुष की इच्छा के विरुद्ध उसका वीर्य अचानक स्खलित हो जाता है या फिर अपने वीर्यपात पर उसका कोई कंट्रोल नहीं होता है। ये वैसे तो एक विकार है जो किसी रोग के अंतर्गत नहीं आता है, लेकिन अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो ये बड़ी समस्या बन सकता है।

 

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वैसे तो यह समस्या आमतौर पर पुरुषों में ही होती है लेकिन आज कल बहुत सी महिलाएं भी इसका सामना कर रही हैं। ये समस्या मानसिक और शारीरिक कमजोरी के कारण भी होती है।

 

आयुर्वेद के अनुसार, इस प्रकार की समस्या उन पुरुषों में होती है जिनके शरीर में ज़्यादा गर्मी होती है। इसलिए, इस बीमारी को ठीक करने के लिए, खानपान में बदलाव की सलाह दी जाती है। नमक, चाय, कॉफी और मसालेदार भोजन से परहेज करना इसमें सहायक साबित हो सकता है। ये सभी चीज़ें शरीर की गर्मी को बढ़ाते हैं। इसकी जगह दही, पुदीना और धनिया की चटनी जैसी चीज़ें खाएं जो शरीर को ठंडा रखती हैं।

उपाय - 20 मिलीलीटर उशीरसव सुबह और शाम को खाने के 15 मिनट बाद बराबर मात्रा में पानी के साथ ले सकते हैं। चंद्रप्रभा वटी, गोक्षुरादि गुग्गुल की दो गोलियां खाना खाने के 30 मिनट बाद पानी के साथ लें।

कामेच्छा की कमी

कामेच्छा की कमी को अक्सर शादीशुदा ज़िंदगी में आए ठहराव या शादी के कुछ सालों बाद होने वाली बोरियत से जोड़ने लगते हैं। जबकि इसका मुख्य कारण है खान-पान में पोषक तत्वों का न होना, नींद न पूरी होना,

शराब या धुम्रपान की लत आदि। रीसर्च में पाया गया है कि किसी भी पुरूष की यौन इच्छा एक समान नहीं होती है। पुरुषों में कामेच्छा की कमी होने से अनेक तरह के यौन समस्या का जोखिम बनने लगता है। 

इसके अलावा वैवाहिक जीवन में दरार पड़ने का भी खतरा रहता है। सेक्स ड्राइव या सेक्स करने की इच्छा में कमी अक्सर पुरुषों को शर्मिंदगी और परेशानी लगती है इसलिए वे दूसरों से इस बारे में खुलकर बात नहीं कर पाते है। मगर भविष्य में दूसरी परेशानियों से बचने के लिए पुरुषों को कामेच्छा की कमी होने पर चिकित्सक से खुलकर बात करनी चाहिए। ताकि वो आपको सही परामर्श दे सकें।

सेक्स ड्राइव में कमी  पुरुषों और महिलाओं दोनों में एक आम समस्या है इसलिए इसका आयुर्वेदिक उपचार भी दोनों के लिए लगभग समान है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सेक्स ड्राइव में कमी के दो कारण हैं - पहला है तनाव, चिंता और बिज़ी लाइफस्टाइल और दूसरा है शारीरिक कमजोरी ।

उपाय - पहले मामले में रोगी को 2 ग्राम ब्राह्मी चूर्ण सुबह और 2 ग्राम शाम को खाली पेट दूध के साथ लेना चाहिए। दूसरी स्थिति में उन्हें रात को सोते समय 1 चम्मच त्रिफलाघृत दूध के साथ लेना होगा।

महिला बांझपन

महिलाओं में बांझपन एक आम समस्या है लेकिन इसका इलाज 'शतावरी' नाम की जादुई दवा से किया जा सकता है। प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के अलावा, ये मेंटल और फिज़िकल स्ट्रेस को कम करने में भी प्रभावी साबित हुआ है जो आमतौर पर महिलाओं की फर्टिलिटी और रीप्रोडक्टिव हेल्थ को प्रभावित कर सकता है।

उपाय - जो महिलाएं इनफर्टिलिटी से जूझ रही हैं, वे रोजाना  2 शतावरी कैप्सूल, गर्म मसाले वाले दूध के साथ सेवन कर अपना इलाज शुरू कर सकती हैं।

महिला यौन रोग

गोक्षुरा एक आयुर्वेदिक उपचार है जो महिलाओं में यौन रोग का इलाज करने में काफी सफल रहा है। हाल ही में हुए एक अध्ययन में, महिलाओं ने केवल 4 सप्ताह तक इस जड़ी बूटी का सेवन किया जिससे उनमें लुब्रिकेशन, एक्साइटमेंट, सेक्स ड्राइव और ऑर्गैज़्म में बढ़ोतरी देखने को मिली। 

उपाय - अगर कोई भी महिला इनमें से किसी भी समस्या का सामना कर रही है तो वो ½ चम्मच गोक्षुरा चूर्ण का सेवन शहद या दूध के साथ दिन में दो बार कर सकती हैं।

इसके साथ ही ध्यान रखें कि इसके साथ सभी आवश्यक सावधानियों का पालन करें और शरीर में गर्मी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों से बचें। 

नोट: इनमें से कोई भी उपाय या विचार लेखक के खुद के नहीं हैं और आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के सौजन्य से प्राप्त हैं। कोई भी उपाय या नुस्खा आजमाने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करें।